धमतरी: महाशिवरात्रि पर्व को लेकर देशभर में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. मंगलवार को छत्तीसगढ़ के धमतरी में भगवान महादेव की बारात निकाली गई. जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस बारात में अघोरी बाबा, भूत पिशाच ने धूम मचा रखा था. शहर के विंध्यवासिनी मंदिर से निकली भोले की बारात को देखने दूर दूर से लोग शहर पहुंचे.
धमतरी में शिव की बारात: पिछले 5 सालों से धमतरी में शिव की बारात निकाली जाती है. सबसे प्राचीन बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट समिति की तरफ से बनारस की तर्ज पर भगवान महादेव की बारात निकाली जाती है. शिव की बारात में बनारस के कलाकारों को विशेष तौर पर बुलाया जाता है. अघोरी बाबा की टीम बारात को और भी आकर्षक बना देती हैं. इसके साथ ही उज्जैन के डमरु कलाकार समेत भूत पिशाच बने कलाकार आकर्षण का केंद्र रहे. आंगा देव, बस्तरिया नृत्य की भी धूम रही.
शिव की बारात में दुर्ग, उज्जैन, कोलकाता के कलाकार: देवी देवताओं की वेशभूषा में कोलकाता और दुर्ग के कलाकार भी शामिल हुए. महादेव की भव्य शाही बारात शहर में निकाली गई. जिसमे शिवभक्तों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. भगवान शिव की बारात विंध्यवासिनी मंदिर से शुरू हुई और सदर बाजार होते हुए मकई चौक, शिव चौक होते हुए शहर भ्रमण कर इतवारी बाजार स्थित श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में खत्म हुई.
बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि: धमतरी शहर के सबसे प्राचीन शिवालयों में से एक इतवारी बाजार स्थित श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर जो 1400 साल पुराना मंदिर है. यहां महाशिवरात्रि के पर्व को बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
श्री बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विपिन पवार ने बताया कि बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर 5 दिवसीय आयोजन किया गया. पहले दिन 22 फरवरी को हल्दी, 23 फरवरी को मेहंदी तो 24 फरवरी को मंगल गीत का आयोजन किया गया. महाशिवरात्रि के एक दिन पूर्व 25 फरवरी को शिव जी की बारात निकाली गई जिसमें विभिन्न झांकियों के माध्यम से बारात को आकर्षक बनाया गया है. लोग इस बारात का बेसब्री से इंतजार करते हैं.