सरकारी विद्यालयों का भगवान ही मालिक है. सरकारी मास्टर साहेब लोग तनख्वाह लेते हैं पढ़ाने के लिए लेकिन वास्तव में वो विद्यालय पहुंचकर बिस्तर तोड़ते हैं. ऐसा ही मामला यूपी के वाराणसी से देखने को मिला. शहर के प्राथमिक विद्यालय पुआरी खुर्द का जब बीएसए ने औचक निरीक्षण किया तो वो भी चौंक गए. विद्यालय में बकायदे कालीन बिछा था और गद्दा फोल्डिंग लगा हुआ था.
निरीक्षण के दौरान सहायक अध्यापक संजय कुमार सहायक अध्यापक संतोष कुमार मिश्र सहायक अध्यापक गिरीश प्रसाद उसमें सोते हुए पाए गए.जानकारी के मुताबिक, जैसे ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने क्लास में प्रवेश किया तो तीनों उठकर हड़बड़ा कर वहां से बाहर की ओर निकल गए. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को लगातार प्राप्त हो रहे शिकायतों के क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकार अरविंद कुमार पाठक द्वारा विद्यालय पुआरी खुर्द का दोपहर 2 बजे के करीब औचक निरीक्षण किया गया.
13 स्टाफ में से मात्र 7 लोग थे उपस्थित
बीएसए अरविन्द कुमार पाठक ने बताया कि उन्हें लगातार इसकी शिकायत मिल रही थी. ऐसे में उन्होंने औचक निरीक्षण करने का निर्णय लिया. निरीक्षण में कुल 13 स्टाफ में से मात्र 7 लोग उपस्थित थे. 6 लोगों अनुपस्थित थे, जिसमें दो महिलाएं सीसीएल एवं चिकित्सीय अवकाश पर थी. शेष तीन अध्यापक हस्ताक्षर करके गायब थे.