मिर्ज़ापुर: महाशिवरात्रि पर्व पर शिव भक्तों से गुंजायमान हुआ विंध्य क्षेत्र, विंध्याचल धाम में उमड़ी लाखों की भीड़

मिर्ज़ापुर‌: महाशिवरात्रि पर्व अवसर पर देवी धाम क्षेत्र के रुप में विख्यात विंध्य क्षेत्र पूरी तरह से शिवमय हो उठा. समूचा क्षेत्र शिव भक्तों के ‘हर हर महादेव’ के उद्बोधन से गूंजायमान रहा है. इस दौरान जहां विख्यात विंध्याचल देवी धाम में देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी थी तो वहीं महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर नगर स्थित प्राचीन बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर, जिगना के बाबा बदेवरा नाथ महादेव मंदिर, हलिया के कोटार नाथ महादेव मंदिर शिवभक्तों से गुलजार रहा है.

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बाबा बदेवरा नाथ महादेव मंदिर में पहुंचे एसडीएम सदर गुलाबचंद ने मौके पर मौजूद राजस्व कर्मी व पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए स्वयं दर्शन पूजन कर कतारबद्ध भक्तों से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लेते हुए निरीक्षण किया. बुधवार को बदेवरा नाथ में भोर से ही भारी भीड़ पहुंच रही है. कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पल-पल पर मंदिर की व्यवस्था का जायजा लेते हुए देखे गए हैं.

हलिया विकास क्षेत्र अंतर्गत कोटार नाथ महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी. कोटारनाथ महादेव का अपना अलग ही महात्म्य बताया जाता है जहां मिर्ज़ापुर, प्रयागराज सहित पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से भी भारी तादाद में भक्तगण दर्शन पूजन के लिए आते हैं. पहाड़ी नदी के तट पर स्थित यह मंदिर आम से लेकर खास जनों के श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है. इसी प्रकार सीटी विकास खंड क्षेत्र के दुबारा पहाड़ी गांव के पहाड़ों में स्थित कटोरेनाथ मंदिर पर हजारों की संख्या में भक्तों की कतार लगी हुई थी. इस मंदिर की पौराणिकता के बारे स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि यहां शिव लिंग की उत्पत्ति एक जंगली वृक्ष से हुई है. यहां बाबा भोलेनाथ साक्षात सर्प रुप में घूमते हुए देखें गए हैं. घने जंगलों और गांव से दूर पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है.

इसी प्रकार मिर्ज़ापुर नगर के बूढ़े नाथ महादेव मंदिर, घंटाघर स्थित घंटेश्वर महादेव मंदिर, पंचमुखी महादेव मंदिर बरियाघाट, तारेकेश्वर महादेव, पंचमुखी महादेव मंदिर महुवरियां, गजानंद महादेव मंदिर कुशहां इत्यादि मंदिरों में पौं फटने के साथ ही स्नान ध्यान के बाद भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. इस दौरान जगह-जगह प्रसाद वितरण के साथ सी शोभायात्रा भी निकाली गई.

बाबा बूढ़ेनाथ महादेव की शोभायात्रा में मुस्लिम भाई भी होते हैं शरीक

मिर्ज़ापुर नगर स्थित प्राचीन बुढ़ेनाथ महादेव का मंदिर लाखों भक्तों की अटूट आस्था का केंद्र ही नहीं बल्कि हिंदू मुस्लिम कौमी एकता का प्रतीक भी है. जहां से प्रतिवर्ष निकलने वाली शोभा यात्रा, पालकी यात्रा में हिंदुओं के साथ-साथ बाबा भोलेनाथ की पालकी की अगवानी मुस्लिम बंधु भी करते आए हैं. मंदिर के महंत योगानंद गिरी महाराज बताते हैं कि इस मंदिर का अपना अलग ही महत्व है. यह मंदिर अति प्राचीन होने के साथ-साथ भक्तों को कौमी सौहार्द का भी संदेश देते आया है. प्रतिवर्ष मंदिर से निकलने वाली शोभा पालकी यात्रा में काफी तादात में मुस्लिम भी अटूट श्रद्धा के साथ शरीक होते हैं.

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