26 फरवरी को देशभर में महाशिवरात्रि का पावन त्योहार मनाया गया. लेकिन इस मौके पर दिल्ली की साउथ एशियन यूनिवर्सिटी में व्रत फलाहार करने के दौरान दो छात्र गुटों में झगड़ा हो गया. एक छात्र गुट का आरोप है कि कैंटीन में व्रत का खाने के साथ मछली करी भी रखी हुई थी, जिसे वहां से हटवाने को लेकर झगड़ा हुआ. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
छात्रों के एक गुट का कहना है कि शिवरात्रि के मौके पर 110 छात्रों के व्रत रखने पर हमने पहले ही यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को मेस में व्रत और नॉन वेज खाना अलग-अलग रखने के लिए पहले ही बताया था. लेकिन मेस की कोऑर्डिनेटर ने नॉन वेज और व्रत का खाना एक साथ रख दिया, जिसको हटाने को लेकर झगड़ा हुआ था. इसकी शिकायत यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को दे दी गई है. इधर दूसरे गुट की छात्राओं का कहना है कि ये सभी आरोप गलत हैं. मेस में खाना रखने के लिए एक ही जगह है. इसलिए फिश करी भी बगल में ही रखी थी. लेकिन पहले गुट के छात्र (व्रत रखने वाले) उसे फेंकने के लिए कह रहे थे. जबकि, फिश करी खाने वाले इसका विरोध कर रहे थे.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
एक गुट के छात्रों का आरोप है कि SFI कार्यकर्ताओं ने उपवास कर रहे छात्रों से की मारपीट की और व्रत के खाने के पास ही नॉन वेज रखवा दिया. दरअसल, साउथ एशियन विश्वविद्यालय (SAU) में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बड़ी संख्या में छात्रों ने व्रत रखा था. धार्मिक आस्था और परंपरा का सम्मान करते हुए, इन विद्यार्थियों ने पहले से ही मेस प्रशासन से इस विशेष दिन पर उनके लिए सात्विक भोजन की व्यवस्था करने की मांग की थी.
मेस प्रबंधक से छात्रों से इस बात पर चर्चा की तो लगभग 110 छात्रों ने अपनी व्रत होने की हामी भर दी कि उन्हें उपवास का भोजन चाहिए. छात्रों की इस मांग को मानते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो अलग-अलग मेस में से एक मेस में सात्विक भोजन की व्यवस्था की. छात्रों का आरोप है कि फिर भी एसएफआई से जुड़े लोगों ने उसी मेस में नॉनवेज रखवा दिया, जहां व्रत का खाना रखवाया गया था. जब व्रतधारी छात्रों ने इसका विरोध किया तो इनके साथ न केवल उनकी बात को अनसुना किया, बल्कि उनके साथ जबरदस्ती करने लगे और फिर हाथापाई पर उतर आए.
क्या बोले दोनों गुट?
इस मामले में SAU के छात्र अंशुल शर्मा ने कहा कि- SFI कार्यकर्ताओं में से एक महिला ने हमारे साथ पहले मारपीट की और मछली करी भी हमारे ऊपर फेंकी. इधर इस मामले में दूसरे गुट के छात्रों का कहना है कि जब व्रत वाले छात्रों ने हमसे फिश करी फेंकने को कहा तो हम इसका विरोध कर रहे थे. इस पर वो हमसे मारपीट करने लगे. हमने यहां तक कि फिश करी फेंक भी दी. फिर भी वो लोग हमसे लड़ रहे थे.
फिलहाल व्रत रखने वाले छात्रों की तरफ से यूनिवर्सिटी मेज़ेमनेट को शिकायत दी गई है और इस मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है.