तीन सगी बहनें, पिता का नाम अलग-अलग… Rampur में सामूहिक विवाह योजना का लाभ लेने के लिए फर्जीवाड़ा, हुआ एक्शन

यूपी के रामपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. फर्जीवाड़े के आरोप में तीन सगी बहनों को गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि इन्होंने शादी में मिलने वाले सरकारी अनुदान को हासिल करने के लिए फर्जी कागजात लगाकर सामूहिक विवाह कार्यक्रम में भाग लिया था. इन लोगों ने अपने माता-पिता का नाम अलग-अलग लिखा था ताकि किसी को शक ना हो.

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रामपुर की कोतवाली टांडा पुलिस ने आरोपी बहनों को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आरोपियों ने धोखाधड़ी कर अपना गलत नाम, पता और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर इस कार्यक्रम का लाभ प्राप्त किया था. सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और जांच-पड़ताल शुरू की. जांच में तथ्य सही पाए जाने पर पुलिस ने तीन सगी बहनों को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें अब जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.

मामले में अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 12/05/2023 को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का कार्यक्रम रामपुर में आयोजित हुआ था. इसमें टांडा क्षेत्र की तीन सगी बहनें भी शामिल हुई थीं. बाद में यह शिकायत प्राप्त हुई कि तीनों बहनें गलत नाम, पता और कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर सामूहिक विवाह में शामिल हुई थीं. उनका मकसद गलत तरीके से सरकारी योजना का लाभ प्राप्त करना था.

इस सूचना के आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया. विस्तृत विवेचना की गई. विवेचना में यह तथ्य प्रकाश में आए कि तीनों ने अपने माता-पिता आदि का गलत नाम दर्ज कराया और साथ में कूटरचित दस्तावेज तैयार किए और जो योजना के लाभ थे उन्हें प्राप्त किया. साक्ष्य संकलन के बाद अब तीनों बहनों की गिरफ्तारी हुई है. उन्हें जेल भेजा जा रहा है.

अधिकारियों ने बताया कि मामला तब सामने आया जब एक व्यक्ति ने जिलाधिकारी से इस योजना में हुए फर्जीवाड़े की शिकायत की. जांच में पाया गया कि तीनों बहनों आफरीन, परवीन और नाजरीन ने ना केवल सरकारी योजना का लाभ लिया बल्कि शादी भी की, लेकिन अब वे शादी से इनकार कर रही हैं. जबकि, उनका निकाह दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अनुदान से हुआ था.

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