लखीमपुर खीरी: संपूर्णानगर वन रेंज के थाना हजारा की कबीरगंज चौकी क्षेत्र में खेत में गन्ना छीलने के दौरान छिपे बैठे बाघ ने ग्रामीण पर हमला कर दिया। इसमें ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलिया में भर्ती कराया गया है.
पलिया क्षेत्र के चारों तरफ बाघों की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। गन्ना छिलाई के दौरान लगातार छिपे बैठे बाघों द्वारा हमला करने की घटनाएं सामने आ रही हैं, कबीरगंज निवासी 35 वर्षीय सूरज पुत्र राधेश्याम गन्ने के खेत में गन्ना छीलने का कार्य कर रहा था. इस दौरान गन्ने के खेत में छिपे बैठे बाघ ने झपट्टा मार दिया। शोरगुल होने के बाद बाघ वहां से भाग गया.
सूचना मिलने के बाद संपूर्णानगर वन दरोगा पुष्पक सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे, एम्बुलेंस न मिलने पर घायल को सरकारी गाड़ी से लेकर पलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है, घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है.
संपूर्णानगर रेंजर अनिल कुमार ने बताया कि हजारा में गन्ना छिलाई के दौरान हमला हुआ है और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि, हमला बाघ ने किया है या फिर बाघिन ने, फिर भी युवक का इलाज कराया जा रहा है.
गश्त और पेट्रोलिंग कागजों तक सीमित
संपूर्णानगर वन रेंज के तहत पड़ने वाले वन क्षेत्र में हमलों की कई घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन इसके बाद भी वन विभाग द्वारा कोई कारगर कदम उठाया नहीं जा रहा है। गश्त व पेट्रोलिंग कागजों तक सीमित है.
आए दिन किसानो पर होते है हमले
संपूर्णानगर रेंज में नौ सितंबर 2024 को टाटरगंज में बाघ ने बैल पर हमला कर उसे मार दिया, दो अक्तूबर 2024 में कबीरगंज के नहरोसा में गन्ने की पत्ती तोड़ रहे अधेड़ पर बाघ ने हमला कर उसे घायल कर दिया.
19 अक्तूबर को मिलन बाजार, रानीनगर, मिर्चिया, सिंगाही खुर्द, नहरोसा में बाघ के पगचिह्न देखेन के बाद लोगों ने वन रेंज को ज्ञापन दिया. 20 अक्तूबर को बसही में बकरी पर बाघ ने हमला कर उसे मार दिया.
28 नवंबर को रामनगर जंगल किनारे जंगली जानवर का शव मिला। जिसे बाघ द्वारा मारे जाने की बात कही गई, एक फरवरी 2025 को बकरी को तेंदुए ने घायल कर दिया.