ऋषभ और रोशनी दोनों एक दूजे के हो गए. दोनों जन्म से ही मूक बधिर हैं. लेकिन रब ने दोनों की जोड़ी बना दी. दोनों अलग अलग जगह के रहने वाले हैं. परिजन शादी के लिए परेशान थे. लेकिन दोनों मिले, एक नजर में ही पसंद किया, फिर हो गई शादी.
अनोखी शादी: धमतरी के नगरी में रहने वाली रोशनी जैन 15 सदस्यों वाले संयुक्त परिवार में जन्मीं. दिव्यांग होने के कारण रिश्ता नहीं मिल पा रहा था. कोंडागांव में नरेश ट्रेवल्स का काम करने वाले जैन परिवार के ऋषभ भी जन्म से मूक बधिर हैं.
वर और वधू दोनों बोल और सुन नहीं सकते: रोशनी के बड़े पापा कुशलचंद जैन ने बताया कि बचपन से रोशनी मूक बधिर है. हम काफी समय से उसके लिए योग्य वर ढूंढ रहे थे. फिर ऋषभ का पता चला. ऋषभ के पिता से मिले और चर्चा की. उन्होंने कहा कि लड़का लड़की एक दूसरे से मिल लें तब बात करेंगे. फिर कोंडागांव में ऋषभ रोशनी की मुलाकात कराई गई. दोनों मूक बधिर हैं. दोनों को मिलाया गया.
पहली मुलाकात में हो गया प्यार: रोशनी की बहन क्षमा ने बताया, पहले बड़े पापा और जीजू के पापा मिले. फिर हम कोंडागांव पहुंचे. रोशनी और ऋषभ की मुलाकात कराई गई. दोनों ने एक दूसरे को समझा और फिर शादी के लिए हामी भरी. दोनों ने वीडियो कॉल पर बहुत बात की और एक दूसरे को अच्छे से जाना समझा.
दोनों बने एक दूजे के लिए: कुशलचंद जैन ने कहा कि जब दोनों ने एक दूसरे को समझ लिया तब रिश्ते की बात की गई. दोनों बच्चों ने वीडियो कॉल के जरिए एक दूसरे को समझा फिर 27 साल के ऋषभ और 25 साल की रोशनी की शादी 21 और 22 फरवरी को की गई.
स्पीच थैरेपी: कुशलचंद जैन के मुताबिक रोशनी की स्पीच थैरेपी भी कराई गई. लेकिन फायदा नहीं हुआ. रोशनी ने 12 वीं के बाद आईटीआई कोर्स किया है. ऋषभ ने नौवीं तक पढ़ाई की है, लेकिन वह अपने पिता का पूरा बिजनेस संभालते हैं.
रब ने बना दी जोड़ी: इसे राम मिलाए जोड़ी कहिए या रब ने बना दी जोड़ी कहिए. जो भी इस अनोखी शादी का गवाह बना उसने जी भर कर आशीर्वाद दिया