झारखंड के धनबाद (Dhanbad) में अंधविश्वास की शर्मनाक घटना सामने आई है. गांव के कुछ लोगों ने पांच महिलाओं को डायन बताकर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया. इसके बाद महिलाओं को घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया. पीड़ित महिलाओं ने धनबाद के रणधीर वर्मा चौक स्थित गांधी सेवा सदन में मीडिया के सामने अपनी पीड़ा बयां की. उन्होंने आरोप लगाया कि गांव के कुछ लोगों ने ओझा-गुनी के बहकावे में आकर उन्हें प्रताड़ित किया. इस मामले में पीड़ितों ने 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
महिलाओं के मुताबिक, आरोपियों ने उनके घरों में घुसकर डायन करार दिया. इसी के साथ गाली-गलौज कर मारपीट की और धमकी देकर गांव से निकाल दिया. डर की वजह से महिलाएं अपने पूरे परिवार के साथ गांव छोड़कर भाग गईं. महिलाएं अब वापस लौटने से डर रही हैं, क्योंकि उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
पीड़ित महिलाओं ने जिला प्रशासन और सरकार से न्याय और सुरक्षा की मांग की है. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन उन्हें सुरक्षा देता है, तभी वे अपने घर लौट सकेंगी. पीड़िता की बेटी ने कहा कि मेरी मां और घर की दूसरी महिलाओं को डायन बताकर घर से निकाल दिया गया. उन्हें पीटा गया. हमने पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. हमें न्याय चाहिए.
इस मामले को लेकर टुंडी थाना प्रभारी उमाशंकर ने कहा कि महिलाओं की शिकायत के आधार पर 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. जांच जारी है. अगर पीड़ितों को कोई और समस्या होती है, तो वे थाने से संपर्क कर सकते हैं. पुलिस उनके साथ है.
पीड़ित महिला ने कहा कि घर के आसपास के लोग हम 5 महिलाओं को डायन भूत बताते हैं. घर में दो लोग बीमार हैं. घर के पास एक ओझा है, वही घर के अन्य सदस्य को भड़काकर बोल दिया कि यही 5 महिलाएं डायन हैं. इसके बाद मारपीट कर घर से निकाल दिया है. किसी तरह घर जाने का प्रयास करते हैं तो धमकी दी जाती है कि गांव में घुसने पर जान से मार देंगे. मैला खिलाकर प्रताड़ित करेंगे. हम लोगों को किसी तरह से घर भेज दीजिए. हमें न्याय मिले.
डुमरी विधायक जयराम महतो ने कहा कि पूरी दुनिया 21वीं सदी में चल रही है. वहीं टुंडी में जिस तरह से महिलाओं को डायन भूत बताकर घर से निकाल दिया गया. उनके साथ मारपीट की गई, इस मामले में पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.