गुजरात के जूनागढ़ जिले में एक रहस्यमयी हत्या की खबर सामने आई है. पुलिस ने एक महिला का कंकाल बरामद किया है. हत्या बिल्कुल दृश्यम फिल्म की तर्ज पर अंजाम दी गई थी. आरोपी ने पुलिस को लंबे समय तक गुमराह किया. मृतक महिला की पहचान 35 वर्षीय दया सवलिया के रूप में हुई है. दया सवलिया जनवरी 2024 से लापता थीं. घटना का मुख्य संदिग्ध 28 वर्षीय हार्दिक सुखाड़िया बताया जा रहा है, जो लंबे समय तक पुलिस को गुमराह करता रहा था.
दया सवलिया जूनागढ़ जिले के विसावदर तालुका के रूपावटी गांव की निवासी थीं, जो 2 जनवरी 2024 से लापता थीं. कुछ दिन बाद उनके पति ने पुलिस में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट के अनुसार, दया अपने घर से नकदी और आभूषण लेकर निकली थीं, जिसके बाद उनका कोई पता नहीं चला. दंपति का 11 साल का एक बेटा भी है.
पुलिस ने किया आरोपी का पर्दाफाश
पुलिस जांच में सामने आया कि दया सवलिया का हार्दिक सुखाड़िया के साथ विवाहेतर संबंध था. शुरुआत में पुलिस को शक था कि हार्दिक इस मामले में शामिल हो सकता है, लेकिन हार्दिक ने पुलिस को गुमराह किया कि दया किसी अन्य व्यक्ति के साथ भाग गई है. पर्याप्त सबूतों के अभाव में पुलिस हार्दिक पर कार्रवाई नहीं कर सकी. कुछ समय बाद आरोपी के खिलाफ पुलिस को नए सबूत मिले जिनके आधार पर आरोपी हार्दिक से दुबारा सख्ती से पूछताछ की गई. इस बार आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया.
पूरा मामला दृश्यम फिल्म जैसा है. 27 फरवरी को पुलिस ने आरोपी को वारदात स्थल पर ले जाकर जांच की, जहां एक कुएं से दया सवलिया के कंकाल के अवशेष बरामद हुए. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. 13 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने इस केस को सॉल्व किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस इस घटना की आगे की कार्रवाई कर रही है.
शादी के दबाव से परेशान होकर की हत्या
जांच में सामने आया कि दया सवलिया आरोपी हार्दिक सुखाड़िया से शादी करना चाहती थी. हार्दिक इसके लिए तैयार नहीं था. इस कारण आरोपी ने पीड़ित दया से छुटकारा पाने की योजना बनाई. 3 जनवरी 2024 को हार्दिक ने दया को अमरेली जिले के हडाला गांव के बाहरी इलाके में बुलाया. आरोपी ने पीड़ित दया के सिर पर बड़े पत्थर से वार किया जिससे उसकी मौत हो गई. फिर आरोपी ने शव को एक कुएं में फेंक दिया.