भारतीय जनता पार्टी ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले तीन लोकसभा चुनाव में इतिहास तो रचा ही है. इसके साथ ही पीएम मोदी के नेतृत्व में कई ऐसे प्रदेशों में सरकार बनाने में कामयाब हुई है, जहां आज से 5 साल या 10 साल पहले यह कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि इन प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन सकती है. बीजेपी पीएम मोदी के नेतृत्व में लगातार भारत के राजनीति में एक नया इतिहास रच रही है और इसी क्रम में उड़ीसा भी आता है. उड़ीसा में पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने अपने दम पर बहुमत हासिल किया है और बीजेपी की सरकार बनने जा रही है. मोहन मांझी उड़ीसा के नए मुख्यमंत्री पद पर विराजमान होने वाले हैं. पिछले कई दिनों से कयास लगाया जा रहा था कि धर्मेंद्र प्रधान उड़ीसा के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं. लेकिन केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के तौर पर जैसे ही धर्मेंद्र प्रधान ने शपथ लिया उसके बाद से ही इस बात का इंतजार था कि कौन होंगे उड़ीसा के नए मुख्यमंत्री और अब सभी अटकलें पर विराम लग चुका है मोहन मांझी उड़ीसा के नए मुख्यमंत्री होंगे. बीजेपी ने मध्य प्रदेश राजस्थान के बाद उड़ीसा के मुख्यमंत्री का चुनाव करके एक बार फिर सबको चौंका दिया है. आखिर कौन है मोहन मांझी क्या है उनका बैकग्राउंड इन सभी सवालों का जवाब आपको इस खबर में आगे मिलेगा.
माझी का जन्म क्योंझर जिले के रायकला गांव में हुआ था. उनके पिता सिक्योरिटी गार्ड थे. मोहन माझी आदिवासी परिवार से आते हैं।वह 1997 और 2000 के बीच ग्राम प्रधान थे और 2000 में क्योंझर से विधायक चुने जाने से पहले भाजपा के ओडिशा एसटी (अनुसूचित जनजाति) मोर्चा के महासचिव भी रह चुके हैं. वह निवर्तमान ओडिशा विधान सभा में भाजपा के मुख्य सचेतक भी थे. प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री ओडिशा में एक मजबूत आदिवासी आवाज हैं और अपने संगठनात्मक कौशल के लिए जाने जाते हैं. मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में माझी ने कहा, “भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से बीजेपी ने ओडिशा में बहुमत हासिल किया है. प्रदेश में हमारी सरकार बनाने जा रही है. मैं उन 4.5 करोड़ उड़ियावासियों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने बदलाव के लिए वोट किया.”
बीजू जनता दल के नवीन पटनायक के 24 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहने के बाद, ओडिशा के एक नए नेता को सत्ता की कमान मिलने वाली है और भाजपा ने मोहन माझी को अपनी पसंद के रूप में नियुक्त किया है. मोहन माझी कल मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025