कटनी: घर पर दादी का शव…, आंखों में आंसू और कांपते हाथों के साथ बोर्ड परीक्षा केंद्र पहुंची बेटी, अधिकारी ने नहीं देने दी परीक्षा

 

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Madhya Pradesh: कटनी जिले की एक बेटी अपनी दादी का अंतिम संस्कार छोड़कर 10वीं कक्षा की इंग्लिश का पर्चा देने परीक्षा केंद्र पहुंचीं, जहां वह सिर्फ आधा घंटा लेट हो गई जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने छात्रा की एक भी न सुनी और उसे इंग्लिश का पेपर नहीं देने दिया, कक्षा 10 की छात्रा विशाखा सिंह की दादी इंग्लिश के पेपर के पिछली रात को ही निधन हो गया. वह बीमारी से जूझ रही थी. उनका अंतिम संस्कार दसवीं की छात्रा विशाखा सिंह इंग्लिश के पेपर के दिन जिले के घंघरी कला गांव में किया गया.

कटनी जिला के ग्राम घंघरी कला गांव की निवासी दशवी की छात्रा विशाखा सिंह ठाकुर ने बताया कि, उसे यकीन नहीं था कि, उनके इंग्लिश के पेपर के दिन ही उनकी दादी का अंतिम संस्कार होगा जिसे छोड़ वह अपना इंग्लिश का पेपर देने अपने परीक्षा केंद्र झिंझरी स्थित सीएम राइस मॉडल स्कूल पहुंची थी लेकिन वह आधे घंटे करीब परीक्षा केंद्र पहुंची जहां मौजूद शिक्षकों और परीक्षा केंद्र प्रभारी के साथ जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल को पूरी बात बताई की उसकी दादी का देहांत हो गया है और दादी के अंतिम संस्कार की तैयारी के चलते वह परीक्षा केंद्र में लेट पहुंची है, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल ने एक न सुनी और उसे परीक्षा केंद्र से बाहर कर दिया, दादी के देहांत होने का ग़म और छात्रा को पेपर न देने से परेशान छात्रा विशाखा कपकपाते हाथों से पेपर देने की गुजारिश करते परीक्षा केंद्र के बाहर 3 घंटे तक बैठी रही लेकिन उसकी जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल ने एक न सुनी. वहीं पीड़ित दसवीं की छात्रा विशाखा सिंह ठाकुर ने यह भी बताया कि, परीक्षा केंद्र प्रभारी द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय तक जाने की बात कही थी जिसके बाद वाह अपनी बहन के साथ पेपर के दौरान कलेक्ट्रेट कार्यालय भी पहुंची लेकिन वहां भी अधिकारियों ने विशाखा सिंह ठाकुर की एक न सुनी गई और वह थक हार परीक्षा केंद्र के गेट पर बैठी रही.

झिंझरी स्थित परीक्षा केंद्र सीएम राइस मॉडल स्कूल में पहुंचे ग्राम के लोगो ने जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह से फोन पर भी छात्रा को पेपर दिलवाने की गुजारिश की लेकिन पृथ्वीपाल ने भी कड़े लहजे में यह कहते रहे कि, छात्रा परीक्षा केंद्र में लेट क्यों पहुंची और वह मंडल के नियम है इसमें भावनाएं नहीं चलती है. वही जब इस पूरे मामले में अपर कलेक्टर साधना परस्ते से बात की गई तो उनका कहना था कि, जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वीपाल सिंह से उनकी बात हुई है उनका कहना है कि, छात्रा करीबन 40 मिनट लेट परीक्षा केंद्र पहुंची थी इस लिए उसे परीक्षा नहीं देने दिया गया है, और इस पूरे मामले और भी जो तथ्य सामने आ रहे है उसकी भी जांच कराई जाएगी.

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