महाराष्ट्र के पालघर में चाकू की नोंक पर लूट मचाकर भागा एक शख्स पूरे 20 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा है. पालघर पुलिस ने डकैती के एक मामले में 60 साल के आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो दो दशकों से फरार था. एक अधिकारी ने बुधवार को ये जानकारी दी है.
वनगांव पुलिस स्टेशन के सहायक निरीक्षक तुषार पचपुते ने बताया कि यह घटना मार्च 2005 में हुई थी, जब एक दर्जन से अधिक डकैतों का एक गिरोह महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई इलाके के अंबटपाड़ा में एक व्यक्ति के दफ्तर में घुस गया था. उन्होंने बताया कि डकैतों ने पीड़ित को चाकू की नोक पर बंधक बना लिया और उससे 43,000 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन लूट लिया और उसके कार्यालय में रखी एक राइफल और एक पिस्तौल भी लूट ली थी.
घटना के बाद पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 395 (डकैती) और 397 (जान से मारने या गंभीर चोट पहुंचाने की कोशिश के साथ लूट या डकैती) और शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत एफआईआर दर्ज की है. अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में पुलिस ने अपराध में शामिल 18 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि तीन अन्य फरार हैं. उन्होंने बताया कि फरार आरोपियों में से एक की मौत हो गई है.
हाल ही में पुलिस को बाकी के भगोड़ों में से एक के बारे में सूचना मिली. अधिकारी ने बिना कोई विस्तृत जानकारी दिए बताया कि पुलिस की एक टीम ने पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली के खानवेल में आरोपी देउ जन्या चिमाडा का पता लगाया और मंगलवार को उसे वहां से गिरफ्तार कर लिया. मामले की आगे की जांच जारी है.