13 साल की रीत बांगड़ का अनोखा हुनर: दोनों हाथों से एक साथ लिखने की अद्भुत क्षमता

डीडवाना-कुचामन की 13 वर्षीय रीत बांगड़ ने अपनी अद्भुत क्षमता से सभी को हैरान कर दिया है. रीत दोनों हाथों से एक साथ, अलग-अलग भाषाओं में लिखने में सक्षम हैं, जो किसी के लिए भी आश्चर्यजनक है. रीत का यह हुनर किसी ईश्वरीय देन से कम नहीं है, और इसे देखकर हर कोई चकित है.

Advertisement

रीत बांगड़, जो 8वीं कक्षा की छात्रा हैं, ने बचपन में बाएं हाथ से लिखना शुरू किया था, लेकिन फिर दादी की सलाह पर दाएं हाथ से भी लेखन शुरू किया. धीरे-धीरे रीत ने दोनों हाथों से एक साथ लेखन करना शुरू कर दिया. अब वह एक हाथ से हिंदी और दूसरे हाथ से अंग्रेजी लिख सकती हैं, साथ ही दोनों हाथों से पेंटिंग और चित्रकारी भी कर सकती हैं.

 

यह अद्भुत क्षमता रखने वाले रीत को उभयहस्त (Ambidextrous) कहा जाता है, यानी वह दोनों हाथों को समान निपुणता से इस्तेमाल कर सकती हैं. मनोचिकित्सक डॉक्टर सुरेंद्र कुमार के अनुसार, ऐसे लोग दुनियाभर में कम होते हैं, और रीत जैसी क्षमता केवल 1% लोगों में पाई जाती है.

रीत की इस विशेषता से उसके विद्यालय प्रबंधन और परिजन बहुत प्रभावित हैं. रीत की मां, एडवोकेट रोहिणी बांगड़ और पिता मनोज बांगड़ का कहना है कि रीत ने लगातार अभ्यास से अपनी इस क्षमता में परफेक्शन हासिल किया है. रीत का मानना है कि अभ्यास से किसी भी कार्य को आसान बनाया जा सकता है और यही उसकी सफलता का राज है.

 

इस अनोखी प्रतिभा के चलते रीत को स्कूल में ‘थ्री इडियट्स’ फिल्म के प्रोफेसर वीरू सहस्त्रबुद्धि जैसा माना जाता है, और उसके साथी उसे हैरी पॉटर के जादूगर ‘वॉल्ट मोर’ के जैसा मानते हैं.

Advertisements