महाकुंभ में आतंकी हमले की रची थी साजिश, अटैक के बाद पुर्तगाल भागने की फिराक में था खालिस्तानी आतंकी!

उत्तर प्रदेश पुलिस ने Babbar Khalsa International (BKI) के आतंकी (Terrorist) लाजर मसीह को गिरफ्तार किया है, जो प्रयागराज महाकुंभ (Prayagraj Mahakumbh) में आतंकी हमला करने की फिराक में था. हमले के बाद पुर्तगाल भागने की तैयारी थी. उसके पास हथियार व विस्फोटक बरामद किए गए हैं. इस संबंध में DGP प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा किया है.

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DGP प्रशांत कुमार के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने कौशांबी में छापा मारकर आतंकी लाजर मसीह को गिरफ्तार किया. उसके पास से तीन हैंड ग्रेनेड, दो डेटोनेटर, एक पिस्टल, 13 जिंदा कारतूस और दो जिलेटिन रॉड बरामद हुए हैं.

कौशांबी से पकड़े गए बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकी लाजर मसीह का पीलीभीत में बीते दिसंबर महीने में मारे गए आतंकी से भी कनेक्शन निकला है. लाजर मसीह पीलीभीत में मारे गए आतंकी वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि का करीबी है. वीरेंद्र सिंह से कई बार लाजर की फोन पर बातचीत का भी खुलासा हुआ है.

पकड़ा गया खालिस्तानी आतंकी लाजर मसीह महाकुंभ में हमले की फिराक में था. महाकुंभ में हमले के बाद वह पुर्तगाल भागने की फिराक में था. महाकुंभ में हमले के लिए ही लाजर कौशांबी, लखनऊ और कानपुर में जगह बदलकर रुका था, लेकिन कुंभ में पुलिस की चेकिंग के चलते हमले की प्लानिंग में सफल नहीं हो पाया.

पुलिस का कहना है कि लाजर गाजियाबाद से बनवाए गए फर्जी आधार कार्ड के आधार पर फर्जी पासपोर्ट भी बनवाने की कोशिश में था. बरामद असलहे और गोला बारूद पाकिस्तान में बैठे ISI हैंडलर ने ड्रोन के जरिए लाजर मसीह तक भेजे थे. पुलिस का कहना है कि पकड़ा गया खालिस्तानी आतंकी लाजर Converted Christian है. वह पाकिस्तान में बैठे ISI के तीन एजेंट्स के सीधे संपर्क में था.

अमृतसर जेल में हीरोइन तस्करी के मामले में जेल गए लाजर मसीह ने जेल के अंदर मारपीट की थी. मारपीट में घायल हुआ तो इलाज के दौरान गुरु नानक देव हॉस्पिटल अमृतसर से 24 सितंबर 2024 को फरार हो गया था. जेल से फरार होने के बाद 23 अक्टूबर को बब्बर खालसा इंटरनेशनल के जर्मन मॉड्यूल के चीफ स्वर्ण सिंह के कहने पर पंजाब के बटाला में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. पंजाब के मुक्तसर जेल में बंद अपराधी के जरिए लाजर का ISI एजेंट से संपर्क हुआ था.

इसी ISI एजेंट की मदद से पाकिस्तान के पंजाब बॉर्डर से ड्रोन के जरिए विदेशी असलहे, हैंड ग्रेनेड और हीरोइन मंगवाता था. पुलिस का कहना है कि पूर्व में प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद ने भी पूछताछ में ISI के द्वारा पंजाब बॉर्डर पर ड्रोन से विदेशी असलाहे और गोला बारूद भेजने की बात कबूली थी. पंजाब में पुलिस चौकियों पर हैंड ग्रेनेड के हमले में हैंड ग्रेनेड लाजर और उसके सहयोगियों ने ही सप्लाई किए थे. हैंड ग्रेनेड का कोड वर्ड आलू रखा था.

लाजर मसीह अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी आतंकियों के भी संपर्क में है. पुर्तगाल में बैठा इसका साथी सिग्नल App के जरिए पूरी जानकारी दे रहा था. इसका एक दूसरा साथी कतर में बैठा है, जो लाजर और पुर्तगाल में बैठे खालिस्तानी आतंकी के संपर्क में है.

DGP के अनुसार, लाजर मसीह महाकुंभ में आतंकी हमले की साजिश रच रहा था, लेकिन पुलिस और खुफिया एजेंसियों की सतर्कता के कारण वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सका. वह हमले के बाद पुर्तगाल भागने की फिराक में था. पुलिस जांच में सामने आया कि लाजर मसीह ने फर्जी आधार कार्ड बनवाया था और उसकी योजना पुलिस को चकमा देकर विस्फोटक सामग्री इस्तेमाल करने की थी.

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