चंदौली: ऑल इंडिया रनिंग स्टाफ एसोसिएशन की डीडीयू रेल मंडल इकाई के सैकड़ों रनिंग कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को मंडल रेल कार्यालय डीडीयू पर धरना प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन रेल प्रशासन की ओर से पूर्व में की गई नोटिस के बावजूद लंबित मांगों पर प्रशासन की उपेक्षा के विरोध में किया गया.धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों और आरपीएफ सुरक्षाबलों के बीच हाथापाई की घटनाएं भी सामने आईं, जिससे प्रदर्शन और भी उग्र हो गया.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि रनिंग स्टाफ से 12 से 18 घंटे तक की ड्यूटी करवाई जा रही है, जिसे शिफ्टों में बांटकर दिखाया जाता है.कर्मचारियों ने यह भी बताया कि उन्हें 2 से 4 दिन तक मुख्यालय से बाहर रहना पड़ता है, जिससे उनके परिवारों में भी मुश्किलें बढ़ गई हैं. इसके अलावा, कर्मचारियों ने यह भी बताया कि रनिंग रूम्स पर रेस्ट की सुविधाएं और खाने की गुणवत्ता बेहद खराब है. अंकोरहा, नवीनगर, डीडीयू जंक्शन, बरवाडीह और टोरी जैसे प्रमुख स्टेशनों पर बेहतर रेस्ट और खाने की सुविधाओं की मांग भी जोर-शोर से की गई.
इसके अलावा, कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कई सुपरवाइजर और रनिंग कर्मचारी वर्षों से एक ही स्थान पर अनुचित लाभ पर लोकल ड्यूटी और स्टेशनरी ड्यूटी में कार्यरत हैं. परिवार के सदस्यों ने यह भी बताया कि कर्मचारियों को समय पर छुट्टियां और रेस्ट नहीं मिल पा रहे हैं. इसके साथ ही, कर्मचारियों ने एलपीएस-1 और एसएएलपी के प्रमोशन में देरी और अन्य समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा.
इस धरने में सैकड़ों कर्मचारी और उनके परिवार के लोग शामिल हुए, और विभिन्न ट्रेड यूनियनों जैसे ईआईएलआरएसएएलईसीआर, एआईजीसी, एआइएलाआरएसए, एटीसीसी/एचआरसी और अन्य संगठनों ने भी इस प्रदर्शन का समर्थन किया.
धरने में प्रमुख रूप से ईआईएलआरएसएएलईसीआर के जोनल महासचिव ए.के. राउत, मंडल अध्यक्ष संतोष कुमार, मंडल सचिव सचिन डी.के. मिश्रा, जितेंद्र यादव, ए.के. वर्मा, सुनील कुमार, डी.के. सिंह, पुपेंद्र कुमार सिंह, के.के. सिन्हा और अन्य प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हुए.