गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिला पंचायत चुनाव में अध्यक्ष पद पर समीरा पैकरा और उपाध्यक्ष पद पर राजा उपेंद्र बहादुर के निर्वाचित होने के बाद गुटबाजी और नाराजगी दिखा है..मरवाही विधायक प्रणव मरपची ने अध्यक्ष पद पर समीरा पैकरा के जीत को कांग्रेस की जिले में बड़ी जीत बता दिया है.
मरवाही विधायक ने कहा कि निर्दलीय प्रत्याशी रहे समीरा पैकरा के नामांकन में प्रस्तावक और समर्थक कांग्रेसी रहे और समीरा पैकरा कांग्रेस की ओर से जीत हासिल की है, कांग्रेस के लिए यह बड़ी उपलब्धि है.वही बीजेपी की समर्थित श्याम मणि राठौर के हार के कारण विधायक ने राजा उपेंद्र बहादुर सिंह के जीत को भी बीजेपी की जीत नही माना.
जबकि समीरा पैकरा और राजा उपेंद्र बहादुर जीत के बाद बीजेपी कार्यालय पहुंचे और पार्टी के प्रति निष्ठा जाहिर करते हुए गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला पंचायत पर बीजेपी की जीत होने की बात कही.वही मरवाही विधायक प्रणव मरपची के बयान के बाद बीजेपी में एक नया विवाद छिड़ गया है और सियासी गलियारे में गुटबाजी को लेकर चर्चा का विषय बन गया है.
गौरतलब है कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला पंचायत में सदस्यों की कुल 10 सीटें हैं. इसमें कांग्रेस के 2, भाजपा के 3, एक मुक्त और 4 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीते हैं. निर्दलीय में दो भाजपा के ही थे. अध्यक्ष पद पर समीरा पैकरा चुनी गई. उन्होंने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी राजेश नंदनी आर्मो को 6-4 के अंतर से हराया.
समीरा पैकरा को 6 वोट और राजेश नंदनी आर्मो को 4 वोट मिले. दूसरीं तरफ जिला पंचायत के उपाध्यक्ष पद उपेंद्र बहादुर सिंह चुने गए. उन्होंने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी श्याममणि राठौर को हराया. उपेंद्र बहादुर को 6 वोट और श्याममणि राठौर को 4 वोट मिले.