गोंडा: शादी के चंद दिनों बाद ही खुशियों का माहौल मातम में बदल गया, गोंडा-अयोध्या हाईवे पर हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में बाप-बेटे की मौत हो गई, हादसा शुक्रवार देर रात वजीरगंज थाना क्षेत्र के सहिबापुर गांव के पास हुआ, जब एक तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक को जोरदार टक्कर मार दी,इस भीषण दुर्घटना में मौके पर ही दोनों की जान चली गई.
शादी के बाद पहली बार ससुराल जा रहा था दूल्हा
करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के बालपुर निवासी राजेंद्र जायसवाल (55) और उनके बेटे सूर्य प्रकाश उर्फ दीपू (32) अपनी रिश्तेदारी में जा रहे थे। दीपू की दो मार्च को शादी हुई थी, और वह अपने मामा के घर शादी का भात खाने के लिए वजीरगंज थाना क्षेत्र के मझारा गांव जा रहा था। उनके साथ पिता भी थे। लेकिन यह यात्रा उनकी आखिरी बन गई।
तेज रफ्तार डीसीएम ने छीन ली दो जिंदगियां
शाम करीब साढ़े सात बजे जैसे ही उनकी बाइक सहिबापुर हथिनाग मोड़ के पास पहुंची, अयोध्या की ओर से आ रही तेज रफ्तार डीसीएम ने टक्कर मार दी. दुर्घटना इतनी भीषण थी कि, बाप-बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया.
परिवार में मचा कोहराम, नई नवेली दुल्हन बेसुध
इस हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। कुछ दिन पहले जिस घर में शहनाइयां गूंजी थीं, वहां अब चीत्कार सुनाई दे रही है। दूल्हे की नई नवेली दुल्हन का रो-रोकर बुरा हाल है, शादी के बाद जिन हाथों में मेंहदी की रंगत अभी फीकी भी नहीं पड़ी थी, वे हाथ अब विधवा के दर्द में कांप रहे हैं.
डीसीएम जब्त, चालक फरार
हादसे के बाद आरोपी चालक डीसीएम मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने वाहन को कब्जे में ले लिया है और डीसीएम के नंबर के आधार पर अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, वजीरगंज थानाध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.
शिकायत दर्ज, न्याय की मांग
मृतक के भतीजे संतोष जायसवाल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए, पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
दुल्हन की मांग उजड़ने से पूरा गांव सदमे में
इस हादसे से पूरा गांव सदमे में है, जिस घर में अभी कुछ दिन पहले खुशियों की बारात निकली थी, वहां अब मातम पसरा है लोगों का कहना है कि, यह हादसा तेज रफ्तार और लापरवाही का नतीजा है, अब परिवार के लोग न्याय की आस लगाए बैठे हैं.