उत्तर प्रदेश में बलिया पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का खुलासा किया है, जो नाबालिग लड़कियों को सुनहरे ख्वाब दिखाकर झांसा देता था और मौका देखकर उन्हें अगवा कर लेता था. इसके बाद इस गिरोह के लोग लड़कियों को हरियाणा और राजस्थान में बेच देते थे. पुलिस को मिले इनपुट के मुताबिक इस गिरोह के बदमाश हरियाणा राजस्थान में लड़कियों को शादी के लिए बेचते थे. पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को अरेस्ट किया है. अब पुलिस इस पूरे रैकेट की जड़े खंगालने में जुटी है.पुलिस ने इस गिरोह के कब्जे में से दो नाबालिग बच्चियों को बरामद भी किया है.
आरोपियों ने इन लड़कियों का सौदा राजस्थान में किया था और अपहरण के बाद इन्हें राजस्थान ले जाने वाले थे. पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी ऑन डिमांड सप्लाई करते थे. इसमें यदि किसी को शादी के लिए लड़की चाहिए होती थी तो उसकी अलग कैटेगरी थी और घरेलू कामकाज के लिए अलग कैटेगरी थी. इसी कैटेगरी के हिसाब से गिरोह को पैसे भी मिलते थे.
लड़की ने खुद किया पुलिस को फोन
बलिया पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह के मुताबिक हाल ही में मनियर थाना पुलिस में दो नाबालिग बच्चियों की गुमशुदगी की शिकायत आई थी. इनमें एक लड़की को साल 2024 में अगवा किया गया था, वहीं दूसरी को दो महीने पहले अगवा किया गया. एसपी बलिया के मुताबिक आरोपियों के चंगुल में फंसी एक लड़की ने मौका देखकर पुलिस को फोन कर दिया. इसके बाद पुलिस ने लोकेशन निकालकर इन बदमाशों के ठिकाने पर दबिश दी और दोनों बच्चियों को मुक्त कराया है. उन्होंने बताया कि इन लड़कियों को बंधक बनाकर रखने वाले मोहन यादव निवासी गौरा बगही मनियर, अशोक कुमार कुमावत निवासी धनलक्ष्मी नगर पाली राजस्थान और किशन भाटी निवासी सुन्दर नगर पाली राजस्थान को अरेस्ट किया गया है.
घर से नाराज बच्चियों को बनाते थे शिकार
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह घर से नाराज बच्चियों की तलाश करते थे और फिर उन्हें झांसा देकर अगवा कर लेते थे. कुछ दिनों तक अपने साथ रखने के बाद वे लड़कियों को राजस्थान के पाली में ले जाकर बेच देते थे. आरोपियों ने बताया कि राजस्थान और हरियाणा में बच्चियों को बेचने पर उन्हें अच्छी रकम मिल जाती थी. वहां लोग शादी के लिए और घरेलू कामकाज के लिए लड़कियों को आसानी से खरीद लेते हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने इस बच्चियों की सहेली की मदद से अगवा किया था. यह लड़की आरोपी मोहन यादव की सहयोगी है.