राजस्थान में बच्चों की आत्महत्याएं रोकेगी भजनलाल सरकार, कैबिनेट में बिल को मिली मंजूरी

राजस्थान में विद्यार्थियों की आत्महत्या के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. वहीं इस मामले पर जमकर राजनीति भी हो रही है. कुछ दिन पहले विधानसभा के बजट सत्र 2025 के दौरान कोटा में कोचिंग छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों को लेकर जमकर बहस हुई थी. इस बीच भजनलाल सरकार ने लिया बड़ा फैसला है. आत्महत्या के बढ़ते मामलों को रोकने और इन संस्थानों पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए सूबे की सरकार एक नया बिल लेकर आ रही है.

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शनिवार (8 मार्च) को हुई कैबिनेट बैठक में राजस्थान कोचिंग इंस्टिट्यूट कंट्रोल एंड रेगुलेशन अथॉरिटी के गठन को मंजूरी दी गई. इस बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भजनलाल ने की. कयास लगाए जा रहे हैं कि मौजूदा विधानसभा सत्र में ही राजस्थान कोचिंग सेंटर्स (कंट्रोल एंड रेगुलेशन) बिल 2025 पास किया जाएगा. बताया जा रहा है कि विद्यार्थियों की सुविधा के लिए एक राज्य स्तरीय पोर्टल और काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन बनाई जाएगी.

कोचिंग इंस्टिट्यूट कंट्रोल एंड रेगुलेशन अथॉरिटी का गठन

कैबिनेट बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिल के प्रावधानों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य में राजस्थान कोचिंग इंस्टिट्यूट कंट्रोल एंड रेगुलेशन अथॉरिटी का गठन किया जाएगा, जिसके अध्यक्ष शिक्षा विभाग के सचिव होंगे.

नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने का प्रावधान

वहीं मंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि कोचिंग संस्थानों की निगरानी और विद्यार्थियों की सुविधा के लिए एक राज्य स्तरीय पोर्टल एवं काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन बनाई जाएगी. नए कानून के तहत 50 से अधिक विद्यार्थियों वाले प्रत्येक कोचिंग सेंटर का पंजीकरण अनिवार्य होगा. वहीं नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माने का प्रावधान रखा गया है.

बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने उठाए सवाल

बीते दिनों बजट सत्र के दौरान छात्रों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों को लेकर कांग्रेस नेता शांति धारीवाल ने सरकार से सवाल किया कि जब केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत कोचिंग संस्थानों में काउंसलर और साइकोलॉजिस्ट अनिवार्य किए जा चुके हैं, तो प्रदेश में कितने कोचिंग संस्थानों ने इस नियम का पालन किया है? . उन्होंने पूछा कि क्या सरकार ने इसकी जांच के लिए अधिकारियों को भेजा है.

वहीं इसके जवाब में मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि राज्य सरकार एक नया कानून लाने की तैयारी कर रही है, जिससे कोचिंग संस्थानों में काउंसलर्स और साइकोलॉजिस्ट की नियुक्ति अनिवार्य की जाएगी. मंत्री ने बताया कि अब तक 27,000 छात्रों की काउंसलिंग करवाई जा चुकी है और सरकार ने काउंसलर्स एवं साइकोलॉजिस्ट की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है.

2025 में इतने छात्रों ने की आत्महत्या

कोटा में देशभर के छात्र पढ़ाई करने आते हैं. अबतक कई छात्र आत्महत्या कर चुके हैं, जिसको लेकर हड़कंप मचा हुआ है. 20205 की बात करें तो इस साल अब 7 छात्रों ने सुसाइड किया है.

8 जनवरी- हरियाणा के महेंद्रगढ़ के JEE छात्र नीरज ने फांसी लगाई. 9 जनवरी- मध्य प्रदेश के एक छात्र ने आत्महत्या की. 17 जनवरी- ओडिशा के छात्र ने आत्महत्या की. 18 जनवरी- बूंदी जिले के छात्र ने आत्महत्या की. 22 जनवरी- गुजरात की छात्रा ने आत्महत्या की. 22 जनवरी- असम के छात्र ने आत्महत्या की. 11 फरवरी- सवाई माधोपुर के छात्र ने आत्महत्या की.

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