गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिका ने प्रदर्शन किया है. गौरेला के ज्योतिपुर धरना स्थल में जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं पांच सूत्रीय मांगों को लेकर धरने में बैठी. धरना प्रदर्शन के बाद धरना स्थल से एसडीएम कार्यालय तक रैली निकालकर शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने औऱ मानदेय बढ़ाने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग के केंद्रीय और राज्य मंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है.
इस दौरान आंगनबाड़ी सहायिका संघ की जिला अध्यक्ष गायत्री चतुर्वेदी ने बताया कि उनकी मांग है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओ को पंचायत और शिक्षा कर्मियो की तरह शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाये, शासकीय कर्मचारी घोषित होने तक जीने लायक वेतन 21000/- रुपये कार्यकर्ता को और सहायिका को इसका 85% राशि स्वीकृत किया जावे. इसके अलावा सेवा निवृत्ति पर बुढापे के सहारा के लिये समाजिक पेंशन . ग्रेज्युवेटी और समूह बीमा, सुपरवाईजर के रिक्त सभी पदो पर बिना परीक्षा के वरिष्टता क्रम मे पदोन्नति, औऱ मोबाईल योजना से विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधा मे होने वाली परेशानियों को लेकर शासन को ज्ञापन सौंपा गया है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं प्रमुख मांगे
•आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए.
•शासकीय कर्मचारी घोषित नहीं किए जाने तक श्रम कानून के तहत कार्यकर्ता को न्यूनतम पारिश्रमिक प्रतिमाह मानदेय भुगतान किया जाए.
•सुपरवायजर के पद पर योग्यता अनुसार कार्यकर्ता सहायिका को पदोन्नत किया जाए.
•आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अतिरिक्त कार्य ना कराया जाए.
•सामाजिक सुरक्षा के रूप में भविष्य निधि ग्रेज्यूटी एवं चिकित्सा खर्च लागू किया जाए. साथ ही सेवानिवृत्त होने पर दस लाख रुपए कार्यकर्ता-सहायिका को दिया जाए.
•जिस तरह एमपी में राज्य सरकार द्वारा प्रतिवर्ष एक हजार कार्यकर्ता सहायिका के मानदेय में वृद्धि का एग्रिमेंट किया गया है. उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी वर्तमान सरकार तत्काल लागू करे.साथ ही कार्यकर्ता और सहायिका के मानदेय में बढ़ोतरी किया जाए.
•पोषण ट्रैकर एप में जो नया बदलाव हुआ है जिसके अनुसार हितग्राही जिन्हें THR दिया जाता है. इसमें परिवार के किसी एक सदस्य का फोटो अपलोड करना है इसमें बहुत समस्या हो रही है