साइबर फ्रॉड पर बड़ा एक्शन,GPM पुलिस ने बचाए ₹10 लाख, पीड़ितों के खातों में लौटी रकम

गौरेला पेंड्रा मरवाही : पुलिस ने साइबर फ्रॉड पीड़ितों को उनकी ठगी की गई राशि वापस दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पुलिस ने 16 मामलों में से ₹10,23,695/- की ठगी की गई राशि को होल्ड कराया, जिसमें से ₹6,30,319/- की राशि को पीड़ितों के खातों में वापस कराया गया.

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दरअसल गौरेला पेण्ड्रा मरवाही पुलिस ने साइबर अपराधों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल करते हुए साइबर फ्रॉड पीड़ितों को उनकी ठगी की गई राशि वापस दिलाने में अहम भूमिका निभाई. शासन की मंशानुरूप पुलिस मुख्यालय द्वारा निर्देशित अभियान के तहत, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के मार्गदर्शन में साइबर सेल जीपीएम ने फाइनेंशियल फ्रॉड से संबंधित कुल 16 मामलों में से ₹10,23,695/- की ठगी की गई राशि को होल्ड कराया.

जिसमें से ₹6,30,319/- की राशि को सक्षम न्यायालय के आदेश के बाद पीड़ितों के खातों में वापस कराया गया।

फेसबुक लाइव के जरिए दी गई जानकारी

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को साझा करने और साइबर फ्रॉड के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से GPM पुलिस के फेसबुक पेज पर एक लाइव सेशन आयोजित किया गया. इस सेशन में पुलिस अधीक्षक शभावना गुप्ता और जिले के लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर (एलडीएम) उदय कवीश्वर ने साइबर फ्रॉड से बचाव और ठगी की रकम वापस पाने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया.

पीड़ितों को प्रमाण पत्र वितरित

पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता और एलडीएम उदय कवीश्वर ने ठगी की राशि वापस पाने वाले पीड़ितों को सम्मानित किया और उन्हें जागरूकता एवं त्वरित प्रतिक्रिया के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र भी वितरित किए. इस अवसर पर पीड़ितों ने अपने अनुभव साझा किए और जीपीएम पुलिस व साइबर सेल की त्वरित कार्रवाई के लिए आभार व्यक्त किया

अधिकारियों एवं पुलिस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका

इस कार्यक्रम में डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा, एएसआई मनोज हनोतिया, प्रधान आरक्षक रवि त्रिपाठी, चौपाल कश्यप और आरक्षक दुष्यंत मसराम, राजेश शर्मा, सुरेंद्र विश्वकर्मा, हर्ष गहरवार भी उपस्थित रहे. इन सभी16 अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों ने साइबर फ्रॉड पीड़ितों की सहायता करने, उनकी होल्ड की गई राशि वापस दिलाने और जागरूकता अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

कैसे करें साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट?

साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तत्काल डायल 1930 पर कॉल करें या नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें. इसके अलावा, नजदीकी पुलिस थाना या साइबर सेल से संपर्क कर भी सहायता प्राप्त की जा सकती है.

म्यूल बैंक खातों के प्रति सतर्क रहने की अपील

एलडीएम उदय कवीश्वर ने म्यूल बैंक खातों की परिभाषा और इनके दुरुपयोग से होने वाली हानियों के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने बैंक खाते को अनजान लोगों को न दें, क्योंकि ऐसे खाते साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए उपयोग किए जाते हैं.

 


 

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