भिण्ड: महिला चिकित्सक डॉ. रेनू शर्मा द्वारा पत्रकार दीपक शर्मा पर झूठी एफआईआर दर्ज कराए जाने के मामले में परशुराम सेना ने हस्तक्षेप किया है. परशुराम सेना के जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने डॉ. रेनू शर्मा के कार्यकाल और उनके क्लीनिक के रजिस्ट्रेशन की जांच की मांग की है. जिलाध्यक्ष ने कहा कि ऐसी चिकित्सक, जो भ्रूण हत्या जैसे घिनौने अपराध का समर्थन करती है, उसका सार्वजनिक बहिष्कार किया जाना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि परशुराम सेना देश के चौथे स्तंभ पर होने वाले अत्याचार की कड़ी निंदा करती है. दीपक शर्मा पत्रकार होने के साथ-साथ परशुराम सेना के मीडिया प्रभारी भी हैं, और सेना उनके समर्थन में पूरी तरह से खड़ी है. जिलाध्यक्ष ने यह स्पष्ट किया कि हम अपने पदाधिकारी की लड़ाई लडने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं.
देवेश शर्मा ने बताया कि परशुराम सेना इस मामले को लेकर एसपी, आईजी, डीजीपी और मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगी. अगर जरूरत पड़ी, तो इस मुद्दे पर सड़क पर उतरकर आंदोलन भी किया जाएगा. इसके अलावा, परशुराम सेना ने पुलिस और प्रशासन से डॉ. रेनू शर्मा के खिलाफ भ्रूण हत्या के आरोप में मामला दर्ज करने की मांग की है.
जिलाध्यक्ष ने डॉ. रेनू शर्मा को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपने काले कारनामे बंद करें, अन्यथा हम उनकी संपत्ति की जांच कराएंगे और उनके द्वारा चलाए जा रहे नर्सिंग होम के सभी मानकों का परीक्षण करेंगे. उन्होंने डॉ. रेनू शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच कराने के लिए पत्र लिखने की बात भी कही है.