महाराष्ट्र सरकार ने पुणे बस रेप कांड में बड़ा एक्शन लिया है. सरकार ने आज मंगलवार को रेप कांड के सिलसिले में स्वारगेट बस स्टैंड के सीनियर डिपो मैनेजर समेत MSRTC के चार अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है. राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने मुंबई में बजट सत्र के दौरान विधानसभा में यह घोषणा की.
राज्य की महायुति सरकार ने राज्य संचालित सड़क परिवहन निगम एमएसआरटीसी के 4 अफसरों को सस्पेंड करने का ऐलान किया, जिसमें एक सीनियर मैनेजर भी शामिल है. इन अफसरों पर पुणे शहर के स्वारगेट बस डिपो परिसर में एक महिला के साथ रेप की घटना में लापरवाही बरतने का आरोप है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
जांच रिपोर्ट मिलते ही सरकार का एक्शन
परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने एक बयान में कहा कि 25 फरवरी को डिपो में खड़ी महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की एक बस में 26 साल की महिला के साथ रेप के बाद, यह पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए थे कि क्या निगम के अधिकारियों की ओर से इस कांड में कोई लापरवाही बरती गई थी.
उन्होंने विधानसभा को बताया कि जांच रिपोर्ट मंगलवार को मिली और रिपोर्ट के बाद सीनियर डिपो मैनेजर जयेश पाटिल, जूनियर डिपो मैनेजर पल्लवी पाटिल, असिस्टेंट ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर सुनील येले और असिस्टेंट ट्रांसपोर्ट सुपरिटेंडेंट मोहिनी धागे को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
आरोपी दत्तात्रेय की कल खत्म हो रही रिमांड
साथ ही मंत्री ने यह भी चेतावनी दी कि यदि एमएसआरटीसी सुविधाओं में यात्रियों की सुरक्षा के संबंध में किसी तरह की कोई लापरवाही बरती गई तो उनके खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि घटना के समय ड्यूटी पर मौजूद 22 सुरक्षा गार्डों को तत्काल प्रभाव से बदल दिया गया था.
स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाली महिला के साथ रेप करने के आरोप में हिस्ट्रीशीटर दत्तात्रेय रामदास गाडे (37) को पिछले महीने ही गिरफ्तार कर लिया गया था. इस घटना को लेकर महायुति सरकार की कड़ी आलोचना हुई और लोगों में आक्रोश फैल गया. नाराज लोगों ने डिपो में जाकर भारी तोड़फोड़ भी की थी.
आरोपी दत्तात्रेय को पुणे जिले की शिरूर तहसील में 27 फरवरी की आधी रात के आसपास गहन तलाशी के बाद धान के खेत से पकड़ा गया था. फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया और भारी पुलिस सुरक्षा के बीच पुणे सेशंस कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे 12 मार्च (बुधवार) तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. हालांकि पुलिस ने कोर्ट से 14 दिनों की रिमांड मांगी थी.