रायपुर: किसी भी शासकीय और निजी संस्थान में भर्ती के दौरान 7% दिव्यांगजनों के लिए पद आरक्षित रखना है, यह कहना है विशेष रोजगार कार्यालय की उपसंचालक डॉ शशिकला अतुलकर का. डॉ शशिकला ने यह बातें विशेष रोजगार कार्यालय की तरफ से आयोजित रोजगार मेला के दौरान कही. दिव्यांगजनों के लिए आयोजित रोजगार मेला में रायपुर के अलावा आसपास के जिलों से भी लोग पहुंचे थे. लगभग 27 पदों पर दिव्यांगजनों की भर्ती की गई.
विशेष रोजगार कार्यालय (दिव्यांगजन) की उपसंचालक डॉ. शशिकला अतुलकर ने कहा कि दिव्यांगों के लिए आज विशेष तौर पर प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया. जिसमें रायपुर ही नहीं बल्कि अन्य जिलों के दिव्यांगों को रोजगार के लिए बुलाया था. यहां लगभग 100 वैकेंसी थी, लेकिन 36 दिव्यांग यहां आज पहुंचे. उसमें एक प्राइवेट कंपनी के कॉल सेंटर के लिए 26 पदों पर नियुक्ति के लिए जानकारी दी गई थी, जिसमें लगभग 15 दिव्यांगजनों को शॉर्ट लिस्ट किया गया है.यह दिव्यांग हिंदी और अंग्रेजी समझ सकते हैं. इनकी नियुक्ति के बाद इन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा. 37 दिनों के प्रशिक्षण के दौरान उन्हें वेतन दिया जाएगा और उसके बाद कॉल सेंटर का काम कराया जाएगा.
शशिकला अतुलकर ने कहा कि कुछ ऐसे दिव्यांगजन भी पहुंचे थे जिन्हें सिर्फ हिंदी आती थी. उनके लिए भी एक प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनी को भी बुलाया था. उनके पास भी कुछ ऐसे पद थे, जिस पर दिव्यांग पुरुष या महिला घर बैठे काम कर सकते थे. ऐसे 12 दिव्यांगों को शॉर्टलिस्टेड किया गया है. इस तरह से प्लेसमेंट कैंप के दौरान कुल 27 लोगों को चयन किया गया.
अतुलकर ने बताया कि दिव्यांगों के लिए पूरे प्रदेश में एकमात्र कार्यालय रायपुर में स्थित है. हमारी कोशिश थी कि दिव्यांगजनों के लिए जो आरक्षण निर्धारित किया गया है उसका प्रचार प्रसार किया जाए. दिव्यांगों को इस अधिकार के लिए जागरूक किया गया. साथ ही जो रिक्रूटमेंट एजेंसी को भी इसकी जानकारी दी गई है, चाहे फिर वह सरकारी और निजी एजेंसी ही क्यों ना हो, उन्हें भी नियम की जानकारी दी गई. इसके लिए सरकारी कार्यालय में जाकर या फिर उन्हें बुलाकर भी जानकारी दी गई.
डॉ शशिकला ने बताया कि दिव्यांगजनों के लिए नौकरी में 7 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है. जिसमें दो प्रतिशत अंधत्व, दो प्रतिशत अस्थि बाधित, दो प्रतिशत मुख बधिर और एक प्रतिशत मानसिक रोग सहित अन्य के लिए आरक्षित है, इसकी जानकारी दी गई. जिसके बाद उन्होंने भर्ती के लिए इसके अनुसार अपना रोस्टर तैयार किया. इस दौरान इस बात का भी ध्यान रखा कि जिनके द्वारा जारी विज्ञापन में दिव्यांगजनों के आरक्षण नियम का पालन नहीं किया गया, उन्हें भी इससे अवगत कराया और आरक्षण का लाभ दिलवाया. दिव्यांगों के अधिकारों की जानकारी स्कूल, कॉलेज में भी जाकर दी गई है.
दिव्यांगजनों के नियोजन के लिए प्रशिक्षण के लिए 15 संस्थाओं को कुल 2967 दिव्यांगजनों की सूची भेजी गई थी. दिव्यांगजनों को उपयुक्तता प्रमाण-पत्र जारी करने के लिए 5 शिविरों का आयोजन किया गया. जिसमे 113 दिव्यांगजन लाभांवित हुए. दिव्यांगजनों के नियोजन में आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न शासकीय विभागों के 69 विज्ञापित पदों का निरीक्षण किया गया. शासकीय विभागों के स्थापना प्रभारियों कार्यालयों के प्रमुख को 140 कार्यशालाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा रायपुर में प्रशिक्षण दिया गया.
साल 2019 से 2024 तक कुल 51 करियर मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें 4883 दिव्यांग लाभान्वित हुए. 30 प्लेसमेंट कैंप, 60 नियोजक के माध्यम से 337 लोग लाभांवित हुए है. 21 अगस्त 2024 को रोजगार मेला, उपयुक्तता प्रमाण पत्र शिविर में 98 दिव्यांगजनों को नौकरी के लिए पंजीयन और नेशनल करियर सर्विस जबलपुर से 39 दिव्यांगों का पंजीयन किया गया. जिसमें 1 दिव्यांग अभ्यर्थी को उपयुक्तता प्रमाण पत्र दिया गया.