बिलासपुर: जिले में 11 मार्च एक नर्सिंग की छात्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई. यूनिटी अस्पताल में यह घटना घटी. इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने जांच टीम गठित की. अब इस जांच टीम ने मौत की घटना पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है. जांच कमेटी की इस रिपोर्ट के मुताबिक 15 दिनों तक नए मरीजों की भर्ती और ऑपरेशन पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है.
छात्रा के कोमा में जाने से हुई मौत: यूनिटी अस्पताल में नर्सिंग की छात्रा किरण वर्मा को एडमिट कराया गया था. उसे थॉयराइड की गांठ थी. उसकी सर्जरी के लिए उसे एनेसथिसिया दिया गया था. जिसके बाद उसके मौत हुई. अस्पताल के डॉक्टरों पर आरोप लगा कि एनेसथिसिया की वजह से छात्रा की मौत हो गई. एनेसथिसिया के डोज से छात्रा के कोमा में जाने का आरोप लगा था.
जांच टीम का फैसला: इस घटना पर संचालक स्वास्थ्य सेवाएं रायपुर की तरफ से जांच कमेटी का गठन किया गया. इसमें डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. रेणुका सेमुएल , डॉ. विजय मिश्रा नोडल अधिकारी नर्सिंग होम एक्ट, डॉ. मनीष श्रीवास्तव, डॉ. उमेश साहू ,निश्चेतना विशेषज्ञ और डॉ. सौरभ शर्मा शामिल थे. इन्होंने जांच के बाद जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी.
कलेक्टर ने लिया बड़ा फैसला: जांच टीम की रिपोर्ट पर बिलासपुर कलेक्टर ने यूनिटी अस्पताल को लेकर बड़ा फैसला लिया है. इस फैसले के तहत यूनिटी अस्पताल बिलासपुर में 15 दिनों तक नए मरीजों की भर्ती पर रोक लगाई गई है. 15 दिनों तक ऑपरेशन पर भी रोक लगाने का फैसला लिया गया है.