फोन चलाने से रोका तो पत्नी ने दर्ज कराए 9 केस, नशा और मोबाइल की लत तोड़ रही परिवार…

 लोगों की अलग-अलग तरीके की लतें अब घरों के टूटने की सबसे बड़ी वजह बन रही हैं। कहीं नशे की आदत, तो कहीं मोबाइल फोन से लगाव, यह सभी मिलकर लोगों के शादीशुदा जीवन में विवाद खड़े कर रहे हैं।

रिश्तों में दूरी आने पर ऐसे दंपत्ति कोर्ट का दरवाजा खटखटाने लगते हैं। ऐसे तमाम उदाहरण इन दिनों कुटुंब न्यायालय में देखने मिल रहे हैं। कुछ मामले ऐसे हैं जो शादी के तुरंत बाद ही विवादों में घिर गए, तो कुछ ऐसे हैं जिनमें शादी के कुछ समय बाद से नोकझोंक शुरू हुई।

मोबाइल चलाने का शौक महंगा पड़ा

  • मामला ग्वालियर किला गेट थाना क्षेत्र का है जिसमें अधिवक्ता प्रशांत चौहान बताते हैं कि लड़का लड़की की शादी उनके परिवार की मर्जी से हुई थी। पहले सब सही था, लेकिन आठ माह बाद ही विवाद शुरू हो गए।
  • यहां लडका व्यापारी है और लड़की गृहणी । लड़के का आरोप था कि लड़की पूरी दिन फोन चलाती रहती है। अगर टोको तो विवाद करने लगती है। वहीं लड़की ससुराली जनों के द्वारा परेशान किए जाने का आरोप लगा रही थी।
  • शुरुआत में लड़की मायके चली गई। फिर महिला थाने में शिकायत कर दी। जहां शुरुआती दो काउंसलिंग में तो युवक अपनी पत्नी को साथ ले गया, लेकिन पांचवीं काउंसलिंग में उसे थाने पर ही छोड़ कर चला गया।
  • इस दौरान युवती गर्भवती भी हो गई थी। लगभग तीन साल मामला कुटुंब न्यायालय में चला, जिसके बाद पति पत्नी साथ रहने तैयार हुए। उन्हें आज भी पछतावा होता है कि उनका बच्चा विवादों में बड़ा हुआ।

गुटखा ले डूबा रिश्ता

इस मामले में युवती शिवपुरी की है युवक ग्वालियर का। दोनों की शादी परिवार ने करवाई। लड़का पहले बेरोजगार था, बाद में उसकी सरकारी नौकरी लग गई। शादी को दस साल हुए। हालांकि बीच बीच मे विवाद होते रहते थे। लेकिन जब संतान नहीं हुई तो विवाद बढ़ गया।

चिकित्सक से सलाह ली तो उसने युवती को गुटखा खाने की आदत को छोड़ने की बात कही। युवक ने बताया कि वह भी अपनी पत्नी को गुटखा खाने से रोकता था, तो वह विवाद करने लगती थी।

डॉक्टर की सलाह के बाद जब उसने अपनी पत्नी को गुटखा खाने से मना किया तो उसने पहले जमकर झगड़ा किया और फिर अपने पति के चरित्र पर उंगली उठाते हुए आरोप लगाने लगी। युवती ने अपने पति पर केस दर्ज करवा दिया।

मामला न्यायालय में पहुंचा तो तलाक के लिए सेटेलमेंट की बात सामने आई। सुनने में यह भी आया कि युवती ने शर्त रखी कि या तो उसे 20 लाख रुपए दे दिए जाएं या एक मकान। अभी फैमिली कोर्ट में मामला लंबित है।

फोन चलाने से रोका तो लगा दिए नौ केस

इस मामले में पति पत्नी दोनों की कामकाजी हैं। यहां पत्नी को फोन चलाने और अधिक समय तक मायके में बात करने की आदत थी। इससे शादी के कुछ दिनों में ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया।

पति ने अपनी पत्नी को कहा कि वह अपने मायके के इशारे पर चलती है, जो चीज उनके वैवाहिक जीवन में समस्या पैदा कर रही है। दोनों के बीच विवाद शुरू हो गए। पहले तो मामले छोटे-छोटे होते थे और उन्हें शांत करने का प्रयास किया जाता था, लेकिन एक समय के बाद पति पत्नी दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ कोर्ट का रास्ता देख लिया।

यह मामला कोर्ट में लगभग तीन साल तक चला और इन तीन सालों में महिला ने अपने पति पर नौ केस लगा दिए। बदले में पति ने भी अपनी पत्नी पर नौ मामले दर्ज करवाए। तीन साल के बीच जब उनका विवाद खत्म होता नहीं दिखा तो दोनों ने आपसी सहमति से तलाक लेने की बात कही।

आपसी सहमति से लगभग 20 लाख रुपए में मामला सेटल हुआ और फिर आपसी सहमति से दोनों के बीच तलाक हो गया।

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