इटावा: इटावा में यमुना नदी ने एक बार फिर कहर बरपाया है। रविवार की सुबह एक 14 वर्षीय किशोर कृष्णा, अपने दोस्त विवेक के साथ इटावा-ग्वालियर मार्ग पर यमुना पुल के पास नहाने गया था. दोनों नदी में उतरे, लेकिन कृष्णा गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा. विवेक ने मदद के लिए चीख-पुकार मचाई, लेकिन जब तक आसपास के लोग और दुकानदार मौके पर पहुंचते, कृष्णा आंखों से ओझल हो चुका था.
घटना की सूचना मिलते ही बढ़पुरा थाना पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची.कृष्णा के परिवार और मोहल्ले के लोग भी भारी संख्या में वहां जमा हो गए. कृष्णा के इकलौते बेटे के डूबने की खबर से परिवार में कोहराम मच गया. मां का रो-रोकर बुरा हाल था, और पिता गहरे सदमे में थे.
शुरुआत में, गोताखोरों की कमी के कारण खोजबीन में देरी हुई.लेकिन स्थानीय नाविकों और गोताखोरों ने जल्द ही जाल डालकर कृष्णा की तलाश शुरू कर दी.यमुना नदी में खोजबीन का काम कई घंटों तक चला, लेकिन देर शाम तक भी कृष्णा का कोई सुराग नहीं मिला.
घटना की गंभीरता को देखते हुए कानपुर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, लेकिन वह भी देर शाम तक घटनास्थल पर नहीं पहुंची. स्थानीय गोताखोरों ने अपनी कोशिशें जारी रखीं, लेकिन अंधेरा होने के कारण खोजबीन में मुश्किलें आ रही थीं.
तहसीलदार जयप्रकाश भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने परिजनों से जानकारी ली. उन्होंने स्थानीय प्रशासन को खोजबीन में तेजी लाने के निर्देश दिए. प्रभारी निरीक्षक गणेश शंकर द्विवेदी ने बताया कि किशोर के डूबने की खबर लगते ही स्थानीय गोताखोरों को काम पर लगा दिया गया था. उन्होंने यह भी बताया कि कानपुर की एसडीआरएफ टीम को भी बुलाया गया है, और वे जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचेंगे.
इस घटना ने स्थानीय लोगों को गहरा सदमा पहुंचाया है. यमुना नदी में डूबने की घटनाएं पहले भी होती रही हैं, लेकिन इस बार एक छोटे बच्चे के जान गंवाने से लोगों में दहशत का माहौल है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे यमुना नदी में नहाने से बचें, खासकर मानसून के मौसम में, जब नदी का जलस्तर बढ़ जाता है.