अमेरिका ने यमन के हूती विद्रोहियों पर एयरस्ट्राइक की है. इस अमेरिकी हमले में 32 लोगों के मारे जाने का दावा किया गया है. लेकिन अब हूतियों की ओर से भी अमेरिका को खुलेआम चुनौती दी गई है. यमन के अल-हूती उग्रवादी नेता अब्दुल मलिक ने रविवार को एक भाषण में कहा कि अगर अमेरिका यमन पर अपने हमले जारी रखेगा तो उनका समूह लाल सागर में अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाता रहेगा.
अब्दुल मलिक ने कहा, ‘अगर वे अपनी आक्रामकता जारी रखते हैं, तो हम अपनी कार्रवाई जारी रखेंगे.’ बता दें कि अमेरिका ने रविवार को कहा कि वह यमन के हूती समूह पर हमले जारी रखेगा जब तक वे शिपिंग पर हमले बंद नहीं करते, जबकि रूस ने अमेरिका से हमले रोकने की अपील की है और संयुक्त राष्ट्र ने संयम की अपील की है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
यमन की राजधानी सना में रह रहे लोगों ने बताया कि शुाब जिले के पूर्वी जेराफ इलाके में कम से कम चार हवाई हमले हुए, जिससे इलाके में महिलाओं और बच्चों में दहशत फैल गई. एक स्थानीय शख्स ने हमले को लेकर कहा, “विस्फोट बहुत ही शक्तिशाली थे, यह एक भूकंप जैसा था.”
हूतियों का कहना है, “आक्रामकता का जवाब जरूर दिया जाएगा”, और ये कि, “हमारे यमनी सशस्त्र बल बढ़ते तनाव का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.” अमेरिकी हमलों में हमलों में करीब 23 लोग घायल भी हुए थे और मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है.
यमन के हूती रेड सी में क्यों कर रहे हमले?
नवंबर 2023 से, हूतियों ने इंटरनेशनल शिपिंग्स पर 100 से अधिक हमले किए हैं, जिससे वैश्विक व्यापार प्रभावित हुआ है. हूतियों का कहना है कि ये हमले गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के चलते फिलिस्तीनियों के समर्थन में किए जा रहे हैं. इन हमलों से निपटने के लिए अमेरिकी सेना को मिसाइलों और ड्रोन को रोकने के लिए महंगे अभियानों में लगना पड़ा है.
हालांकि, इससे पहले ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई ने न्यूक्लियर डील पर उनके साथ वार्ता करने से इनकार कर दिया, और कहा कि अमेरिका से समझौते का मतलब होगा और धोखा और इससे देश पर दबाव भी बढ़ेगा. मसलन, ट्रंप ईरान पर भी दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, और इसी बीच उन्होंने यमन में स्ट्राइक भी किया है. अब देखने वाली बात होगी की ट्रंप का अगला कमम क्या होता है.