Uttar Pradesh: मिर्जापुर जनपद के लाल का हूज़ हूँ इन अमेरिका के सूची में नाम शामिल हो गया है. बिल गेट्स, एलन मस्क,बराक ओबामा,डोनाल्ड ट्रम्प,डॉ. डोनाल्ड टोमालिया, डॉ. अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे लोगों का इस सूची में नाम शामिल है.अब वैज्ञानिक अनुसंधान में उत्कृष्ट योगदान के लिए मिर्जापुर के वैज्ञानिक डॉ. मयंक सिंह को शामिल किया गया है.डेंड्राइमर टेक्नोलॉजी के जनक व अग्रदूत कहे जाने वाले डॉ. डोनाल्ड टोमालिया ने औपचारिक रुप से आधिकारिक दस्तावेज़ और रिकॉर्ड्स देकर वैज्ञानिक मयंक को बधाई दी है.
मिर्जापुर चुनार तहसील क्षेत्र के बगही गांव के रहने वाले साइंटिस्ट डॉ. मयंक सेंट्रल मिशिगन यूनिवर्सिटी-कॉलेज ऑफ मेडिसिन में ग्रेजुएट फैकल्टी एवं एडजंक्ट प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू. एच. ओ.) जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड के सलाहकार और फैकल्टी ओपिनियंस, यूनाइटेड किंगडम में केमिकल बायोलॉजी-बायोमिमेटिक केमिस्ट्री के विशेषज्ञ-प्राध्यापक (एक्सपर्ट फैकल्टी) के रूप में भी योगदान दे रहे हैं. इतना ही नहीं, वर्तमान में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों एवं एजेंसियों के मूल्यवान सदस्य भी हैं.अब वैज्ञानिक अनुसंधान में डेंड्रिमर नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए और उत्कृष्ट कार्य करने पर डॉ मयंक नाम हूज़ हूँ इन अमेरिका के सूची में शामिल कर लिया गया है.डेंड्राइमर टेक्नोलॉजी के जनक व अग्रदूत कहे जाने वाले डॉ. डोनाल्ड टोमालिया ने मिशिगन स्थित अपने अनुसंधान केंद्र पर औपचारिक रुप से आधिकारिक दस्तावेज़ और रिकॉर्ड्स देकर वैज्ञानिक डॉ मयंक को सम्मानित करते हुए बधाई दी है.हूज़ हूँ इन अमेरिका में नाम शामिल होने पर मिर्जापुर जनपदवासियों में खुशी देखी जा रही है.
डेंड्राइमर टेक्नोलॉजी के जनक व अग्रदूत कहे जाने वाले डॉ. डोनाल्ड टोमालिया ने कहा डॉ. मयंक की अमेरिका में सूचीबद्धता न केवल उनके व्यक्तिगत करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि यह भारत के विज्ञान और अनुसंधान क्षेत्र के लिए भी गर्व की बात है.यह सम्मान उन्हें वैज्ञानिक समुदाय में एक नई पहचान देगा और वैश्विक मंच पर भारत की वैज्ञानिक प्रतिभा को उजागर करेगा.
डॉ० मयंक ने बताया कि ‘हूज़ हूँ इन अमेरिका’ की स्थापना 1899 में अल्बर्ट नेल्सन मार्क्विस द्वारा अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में की गई थी.जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित और सफल व्यक्तियों के उपलब्धियों को ऐतिहासिक रूप से दर्ज कर उनकी जानकारी प्रकाशित की जाती है.जिन्होंने समाज और विज्ञान के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किया है. डॉ. मयंक को अप्रैल 2024 में डॉ. डोनाल्ड टॉमालिया द्वारा डेंड्रिमर नैनो टेक्नोलॉजी एवं नैनोमेडिसिन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए नामांकित किया गया.पिछले वर्ष 28 मई 2024 को आवेदित नामांकन को स्वीकृत प्रदान की गई थी. योग्यताओं और उपलब्धियों का मूल्यांकन के बाद हूज़ हूँ इन अमेरिका के निदेशक जॉयस फॉरलर के द्वारा टेलीफोनिक और आधिकारिक ईमेल के माध्यम से 6 मार्च 2025 को दी थी. हूज़ हूँ इन अमेरिका के जीवनी सूची के रूप में स्वीकृत किया गया है, जो 78वें संस्करण में प्रकाशित की जाएगी.
दूरभाष पर बात करते हुए “नेशनल डेंड्रिमर एंड नैनोटेक्नोलॉजी सेंटर” के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सी.ई.ओ.), डॉ. डोनाल्ड टोमालिया ने कहा, मैं उन दिनों को याद कर रहा हूँ, जब मुझे भी हूज़ हूँ इन अमेरिका में मान्यता मिली थी.यह कहते हुए वो भावुक हो गए और अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए बोले,जब मैंने डेंड्रिमर तकनीक पर काम शुरू किया था (1979), तब यह एक नई और बेहद जटिल खोज थी.उस समय इसे समझाना और दुनिया को इसके महत्व को मनवाना आसान नहीं था. कई साल तक मैंने अकेले इस तकनीक को विकसित करने में मेहनत की, कई असफलताएँ देखीं, लेकिन हार नहीं मानी.उन्होंने आगे मुस्कुराते हुए कहा, आज मुझे बहुत गर्व होता है कि भारतीय मूल के वैज्ञानिक डॉ. मयंक इस डेंड्रिमर तकनीक को न केवल अगली पीढ़ी तक ले जा रहे हैं, बल्कि इसे और भी सरल बना रहे हैं, ताकि यह तकनीक वैज्ञानिकों और उद्योग के लिए सहज और सुलभ हो सके. डॉ. मयंक की मेहनत और दूरदर्शिता से यह तकनीक आने वाले समय में और भी ऊँचाइयाँ छुएगी. भारतीय वैज्ञानिक और शोधकर्ता डॉ. मयंक सिंह को उनके उत्कृष्ट योगदान और अनुसंधान कार्य के लिए हूज़ हूँ इन अमेरिका में शामिल किया गया है.
इस सम्मान को पाकर डॉ. मयंक ने कहा, अमेरिकी बायोग्राफिकल डायरेक्टरी में शामिल होना मेरे लिए एक बड़ा सम्मान है.यह मेरे अनुसंधान और विज्ञान के क्षेत्र में किए गए कार्यों की वैश्विक मान्यता है. मैं इस सम्मान को अपनी टीम और अपने सहयोगियों को समर्पित करता हूँ जिन्होंने मेरे साथ मिलकर यह यात्रा तय की है.
हूज़ हूँ इन अमेरिका के सूची में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय मूल के अमेरिकी-प्रोफेसर डॉ. कटेश वी. कट्टी, डॉ. रोबर्ट लैंगर, डॉ. डोनाल्ड टोमालिया, डॉ. अल्बर्ट आइंस्टीन, डॉ. जोन्स साल्क, एवं डॉ. लाइनस पॉलिंग हैं, व्यापार और उद्योग के क्षेत्र बिल गेट्स, वॉरेन बफेट, एलन मस्क, एवं स्टीव जॉब्स है तो वही राजनीति और नेतृत्व के क्षेत्र में थियोडोर रूजवेल्ट, बराक ओबामा, हिलेरी क्लिंटन, एवं डोनाल्ड ट्रम्प.कला, साहित्य और मनोरंजन के क्षेत्र में माया एंजेलो, अर्नेस्ट हेमिंग्वे, ओपरा विन्फ्रे, एवं स्टीवन स्पीलबर्ग.
चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में डॉ. एंथनी फौसी, डॉ. डेंटन कूली, एवं डॉ. बेन कार्सन.अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में नील आर्मस्ट्रांग, बज़ एल्ड्रिन, एवं सैली राइड और कानून एवं न्यायपालिका के क्षेत्र में रूथ बेडर गिन्सबर्ग, एवं थर्गुड मार्शल जैसे लोग शामिल हैं.