कानपुर के विकास नगर में एक दर्दनाक घटना हुई, जहां एक पालतू जर्मन शेफर्ड ने अपनी 80 वर्षीय मालकिन पर हमला कर उनकी जान ले ली. फिलहाल नगर निगम की टीम ने कुत्ते को अपने कब्जे में ले लिया है. इस घटना के बाद एक बार फिर पालतू कुत्तों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं.
जानकारी के मुताबिक रविवार को मोहनी देवी घर के आंगन में थीं. तभी उनका कुत्ता उन पर टूट पड़ा. परिवार वालों को पहले लगा कि कुत्ता किसी बाहरी व्यक्ति पर भौंक रहा है, लेकिन जब उन्होंने चीखें सुनीं, तो बाहर भागे. तब तक कुत्ते ने महिला के चेहरे और पेट, कमर पर गंभीर घाव कर दिए थे, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
बच्चे की तरह पालती थीं मोहनी देवी
सूचना मिलते ही स्थानीय पार्षद ने पुलिस और नगर निगम को बुलाया. जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने काफी प्रयास के बाद कुत्ते को काबू में कर लिया. बताया जाता है कि मोहनी देवी कुत्ते को अपने बच्चे की तरह पालती थीं, लेकिन वही उनकी मौत का कारण बन गया.
फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि कुत्ते ने अचानक हमला क्यों किया. यह घटना पालतू कुत्तों को पालने की सुरक्षा पर नई बहस खड़ी कर दी है. स्थानीय पार्षद ने मांग की है कि पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होना चाहिए. साथ ही जिनके घर में भी पालतू कुत्ते हैं उन्हें भी सतर्क रहना चाहिए.