झारखंड: जेल से रची साजिश, भाई की मौत का बदला…कोयला कारोबारी को गैंगस्टर ने क्यों बनाया निशाना?

झारखंड की राजधानी रांची से एक सनसनीखेज घटना का खुलासा सामने आया है. पुलिस ने चर्चित कोयला कारोबारी पर हुए दिनदहाड़े गोलीकांड का खुलासा कर दिया है. इस हमले के पीछे झारखंड और बिहार के कुख्यात अपराधियों का गठजोड़ था. इस गोलीकांड के मास्टरमाइंड समेत छह और अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन अपराधियों के पास से आधुनिक हथियार, गोलियां और एक स्पोर्ट्स बाइक बरामद की है.

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डीआईजी ने बताया कि कारोबारी विपिन मिश्रा से कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के गिरोह ने रंगदारी मांगी थी, लेकिन उन्होंने पैसा नहीं दिया. इसके अलावा, मुख्य आरोपी प्रेम प्रकाश पांडेय भी उससे बदला लेने की फिराक में था.

जेल में रची गई थी हमले की साजिश

इस हमले की साजिश रामगढ़ जेल में रची गई थी. मास्टरमाइंड प्रेम प्रकाश पांडे, रहमान अंसारी और करण उरांव जेल में बंद थे और रिहा होते ही उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया. 7 मार्च को अपराधियों ने दिनदहाड़े विपिन मिश्रा पर गोलियां चलाईं लेकिन वह सुरक्षित बच निकला. विपिन मिश्रा के बॉडीगार्ड ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिससे अपराधी मौके से फरार हो गए.

पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां

घटना के बाद अपराधी रांची से फरार होकर कुल्लू-मनाली पहुंचे, जहां उन्होंने एक होटल में रुककर ऐशो-आराम किया. पुलिस ने जांच तेज कर दी और सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यों के आधार पर अपराधियों को ट्रेस किया. पुलिस ने हमले में इस्तेमाल बाइक के नंबर के जरिए करण उरांव को गिरफ्तार किया. इसके बाद अन्य अपराधियों तक पहुंचना आसान हो गया.

गिरफ्तार अपराधियों में प्रेम प्रकाश पांडे (रामगढ़), रहमान अंसारी (बोकारो), विशाल मंडा (ओरमांझी), करण उरांव उर्फ मोटू (हजारीबाग), अविनाश ठाकुर (बक्सर, बिहार) और शोभित सिंह शामिल हैं.

पुलिस ने इन अपराधियों के पास से ऑस्ट्रिया मेड दो पिस्टल, चार अन्य हथियार, छह मैगजीन, 20 गोलियां और एक स्पोर्ट्स बाइक बरामद की है. दो अपराधी गिरफ्तारी के दौरान भागने की कोशिश में घायल हो गए, जिन्हें रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस का कहना है कि आगे की जांच जारी है और इस मामले में अन्य अपराधियों की भी तलाशकीजारहीहै.

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