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हिडमा की तलाश में 125 से ज्यादा गांवों की मैपिंग, आज 30 नक्सली ढेर, तीन महीने में 77 का खात्मा

देश में नक्सलवाद बहुत बड़ी समस्या है, इस समस्या को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सरकार अलग-अलग तरह की रणनीति के तहत काम कर रही है. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबल ने बड़े ऑपरेशन को अंजाम देकर 30 नक्सलियों को मार गिराया है. बीजापुर और कांकेर में नक्सलियों के खिलाफ ये कार्रवाई की गई. मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं. इस कार्रवाई में एक जवान शहीद भी हो गया.

जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के खिलाफ आने वाले दिनों में और भी बड़े ऑपरेशन होंगे. नक्सली कमांडर हिडमा की तलाश में सुरक्षा बल जुटे हुए हैं. हिडमा की तलाश के लिए 125 से ज्यादा गांवों की टेक्निकल मैपिंग की जा रही है. सिक्योरिटी फोर्स छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित करीब 125 गांव का थर्मल इमेजिंग करवा रही है. सुरक्षाबलों ने इस साल अब तक 77 नक्सली ढेर किए हैं.

ये इलाके नक्सलियों से प्रभावित हैं, जहां हिडमा के छिपे होने की आशंका है. इसके साथ ही इन इलाकों में नक्सलियों के बेस बने हुए हैं. सिक्योरिटी फोर्स इस इस काम में NTRO की मदद ले रही है. जिससे इन इलाकों की मैपिंग की जा सके. इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि जब भी सिक्योरिटी फोर्सेज इन इलाकों में ऑपरेशन के लिए निकलेंगे, तो उन्हें सारे रास्तों की जानकारी भी होगी. साथ ही नक्सलियों के खिलाफ बेहतर ऑपरेशन कोऑर्डिनेट करने में मदद मिलेगी.

नक्सलियों के खिलाफ एक्शन पर क्या बोले गृहमंत्री?

गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों के खिलाफ इस कामयाबी पर खुशी जताते हुए देश को भरोसा दिलाया कि अगले साल 31 मार्च से पहले नक्सलियों का आतंक खत्म हो जाएगा. उन्होंने X पर लिखा कि ‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में नक्सली मारे गए. मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है.

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