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टूटा बुधनी और शिवराज का नाता, इस्तीफे के बाद वारिस पर चर्चा शुरु

भोपाल। अपनी सियासी पारी की शुरुआत बुदनी से करते हुए राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे केंदीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब इस सीट से नाता तोड लिया है। विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद शिव भावुक हैं और सियासी गलियारों में इस सीट के वारिस को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफा देने के बाद बुधनी सीट पर उपचुनाव होना तय हो गया है।

ऐसे में अब चर्चा है कि बुधनी सीट पर शिवराज का उत्तराधिकारी कौन होगा? शिवराज के बड़े बेटे कार्तिकेय का नाम भी चर्चा है। शिवराज के दो बेटों में कार्तिकेय राजनीति में सक्रिय हैं। इसके अलावा विदिशा से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव का नाम भी चर्चा है। भार्गव का टिकट काटकर ही शिवराज को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में भार्गव को भी बुधनी से विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया जा सकता है।

भावुक हुए शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी विधानसभा से त्यागपत्र देने के बाद कहा कि आज मैं बहुत भावुक हूं। मैंने मध्यप्रदेश विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दिया है। उन्होंने कहा कि मैं बुधनी से विधायक था और बुधनी विधानसभा क्षेत्र की जनता मेरे रोम रोम में रमती है, मेरी हर सांस में बसती है। मैंने बुधनी से ही अपने सार्वजनिक जीवन का प्रारंभ किया था। बचपन से ही आंदोलन किए और फिर जनता का प्यार लगातार मिलता चला गया। इसी बुधनी विधानसभा क्षेत्र से मैं छह बार विधायक रहा, सांसद के चुनाव में भी छह बार इस जनता ने भारी बहुमत से मुझे जिताया।

शिवराज ने कहा कि उन्होंने पिछला विधानसभा का चुनाव मैंने रिकॉर्ड 1 लाख 5 हजार वोटों से जीता था और अभी लोकसभा में बुधनी की जनता ने मुझे 1 लाख 46 हजार वोटों से जिताया। बुधनी की जनता की सेवा मैंने पूरे मन से की है, क्योंकि जनता की सेवा ही मेरे लिए भगवान की पूजा है और इस जनता ने भी मुझे भरपूर प्यार दिया है, आशीर्वाद दिया है। जनता के इस प्यार पर मेरा पूरा जीवन न्यौछावर है और अपनी संपूर्ण क्षमता के साथ मैं जनता की सेवा में लगा रहूंगा।

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