दमोह : जिले के तेजगढ़ रेंज के दिनारी पटी लीलाधर गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक करीब तीन फीट लंबा मगरमच्छ हाई स्कूल के पास सड़क पर चहल कदमी करता दिखाई दिया। ऑटो चालक की नजर जब मगरमच्छ पर पड़ी तो उसने तुरंत ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. देखते ही देखते पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया और मगरमच्छ गेहूं के खेतों की ओर भागकर छिप गया.
गांव में मचा हड़कंप, लोगों ने छोड़ा खेत
गेंहू के खेत में मगरमच्छ के छिपने की खबर से गांव में अफरातफरी मच गई. खेतों में काम कर रहे किसान अपनी जान बचाने के लिए खेत छोड़कर भागने लगे. घटना की सूचना मिलते ही गांव के सरपंच भोजराज जैन ने तेजगढ़ रेंज अधिकारी नीरज पांडे को जानकारी दी.
तीन घंटे का चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन
सूचना मिलते ही वन विभाग के सुरक्षा श्रमिक किशन सिंह, कमलेश सिंह, रवि रैकवार और पप्पू रैकवार तुरंत मौके पर पहुंचे. मगरमच्छ की तलाश के लिए स्थानीय ग्रामीणों की भी मदद ली गई. खेतों में मगरमच्छ को खोजने में करीब ढाई से तीन घंटे का वक्त लग गया.
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान गांव के कुछ जांबाज युवाओं ने भी वन विभाग की टीम का साथ दिया. राजकुमार मिश्रा, जगमोहन विश्वकर्मा, अंकित रैकवार और शिक्षक मनोज राजपूत ने हिम्मत दिखाते हुए मगरमच्छ की खोजबीन की और उसे काबू करने में मदद की.
रस्सी और डंडों से किया गया कंट्रोल
मगरमच्छ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी. सुरक्षा श्रमिकों ने रस्सी और डंडों की मदद से मगरमच्छ को धीरे-धीरे काबू में लिया और फिर सुरक्षित रूप से करीब 200 मीटर दूर स्थित व्यारमा नदी में छोड़ दिया.
गांव में क्यों बढ़ रही मगरमच्छों की आमद?
गौरतलब है कि दिनारी गांव के पास से व्यारमा नदी बहती है, जिसमें बड़ी संख्या में मगरमच्छ पाए जाते हैं. यह मगरमच्छ संभवतः किसी छोटे नाले के जरिए हाई स्कूल के पास तक पहुंच गया था. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ समय से मगरमच्छों की आमद बढ़ रही है, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है.
वन विभाग ने दी सतर्क रहने की सलाह
वन विभाग के अधिकारियों ने गांव वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है और कहा है कि अगर दोबारा कोई मगरमच्छ या जंगली जानवर गांव में दिखाई दे तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें. साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे खुद मगरमच्छ पकड़ने की कोशिश न करें, क्योंकि यह खतरनाक साबित हो सकता है.
ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को दिया धन्यवाद
मगरमच्छ के सुरक्षित रेस्क्यू के बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली और वन विभाग की टीम की जमकर सराहना की. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग ने तेजी से कार्रवाई कर एक बड़ा खतरा टाल दिया.