छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में धान खरीदी केंद्र में बड़ी अनियमितता का मामला सामने आया है। यह खुलासा उपार्जन केंद्र के भौतिक सत्यापन के दौरान हुआ, जिसमें ऑनलाइन दर्ज धान की तुलना में 22,389 बोरी धान कम पाया गया। इस गड़बड़ी के चलते धान खरीदी केंद्र के दो कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामला खरसिया थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के अनुसार, तिउर धान उपार्जन केंद्र में 14 नवंबर से 31 जनवरी तक धान खरीदी की गई थी। इसके बाद खाद्य विभाग द्वारा गठित संयुक्त जांच टीम ने 13 फरवरी 2025 को भौतिक सत्यापन किया।
जांच के दौरान टीम ने पाया कि ऑनलाइन दर्ज धान की तुलना में 22,389 बोरी (8,955.55 क्विंटल) धान कम था, जिसकी समर्थन मूल्य के अनुसार अनुमानित कीमत 2 करोड़ 77 लाख 62 हजार 205 रुपए है।
इसके अलावा, ऑनलाइन दर्ज बारदानों की तुलना में 9,867 नए बारदाने और मिलर्स द्वारा दिए गए 6,376 पुराने बारदाने अधिक पाए गए।
शासन को करोड़ों का नुकसान संयुक्त टीम ने भौतिक सत्यापन में पाया कि धान खरीदी में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है और इससे शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है।
जांच के बाद संबंधित विभाग को रिपोर्ट सौंप दिया गया है, जिसके आधार पर अपेक्स बैंक खरसिया शाखा के प्रबंधक राजीव दुबे ने खरसिया थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज खरसिया पुलिस ने धान उपार्जन केंद्र तिउर के सहायक समिति प्रबंधक एवं फड़ प्रभारी तिहारूराम जायसवाल और कंप्यूटर ऑपरेटर सूरज जायसवाल के खिलाफ धारा 3(5)-BNS और 316(4)-BNS के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।