घर बैठे ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है, लेकिन मार्केट से भी कम रेट पर जो आपको सामान घर बैठे मिल रहा है वो वाकई ऑरिजनल है भी या नहीं? क्या आपने कभी इस बात को जानने की कोशिश की है? गोदाम से आपके घर तक पहुंचने वाले सामान के पीछे गड़बड़ घोटाला चल रहा है, चौंक गए न लेकिन ये बात सौलह आने सच है. पिछले कुछ दिनों से भारतीय मानक ब्यूरो की अलग-अलग जगहों पर छापेमारी चल रही है.
अब भारतीय मानक ब्यूरो की दिल्ली ब्रांच ने मोहन को-ऑपरेटिव इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित अमेजन सेलर्स प्राइवेट लिमिटेड के गोदामों में छापेमारी की है, 15 घंटे से अधिक समय तक चली जांच में जो बात सामने आई है वो आप लोगों को चौंका सकती है.
Amazon कर रहा ‘खिलवाड़’
छापेमारी के दौरान 3500 से ज्यादा ऐसे प्रोडक्ट्स को जब्त किया गया है जो बिना ISI मार्क के बेचे जा रहे थे, यही नहीं इन प्रोडक्ट्स पर फेक ISI लेबल लगा हुआ था. जब्त हुए प्रोडक्ट्स में Geyser, फूड मिक्सर और रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले होम अप्लायंसेज शामिल हैं.
इसका मतलब यह है कि ये सभी प्रोडक्ट्स फेक हैं जिसका मतलब यह हुआ कि इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते वक्त खराब क्वालिटी की वजह से करंट लगने का भी खतरा काफी ज्यादा है. ये कहना गलत नहीं होगा कि कंपनियां फेक सामान बेचकर न केवल आपके पैसे बल्कि आपकी जिंदगी के साथ भी खिलवाड़ कर रही हैं.जब्त हुए सामान की कुल कीमत 70 लाख रुपए है.
Flipkart पर भी लटकी तलवार
दिल्ली के त्रिनगर में स्थित फ्लिपकार्ट की सहायक कंपनी इंस्टाकार्ट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर भी छापेमारी की गई है. BIS की टीम को छापेमारी के दौरान बिना ISI मार्क और डेट ऑफ मैन्युफैक्चरिंग वाले प्रोडक्ट्स बरामद हुए हैं. भारतीय मानक ब्यूरो की टीम ने 590 जोड़ी स्पोर्ट्स फुटवियर को जब्त किया है जिनकी कीमत लगभग 6 लाख रुपए है.
1 महीने से हो रही छापेमारी
पिछले एक महीने में बीआईएस टीम ने देश के अलग-अलग राज्यों में इसी तरह की कार्रवाई की है और दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, लखनऊ और श्रीपेरंबदूर में कई घटिया क्वालिटी वाले सामान जब्त किए हैं. बीआईएस से वैध लाइसेंस या अनुपालन प्रमाणपत्र (सीओसी) के बिना इन उत्पादों का निर्माण, आयात, वितरण, बिक्री करना प्रतिबंधित है.