टॉयलेट के पानी से भी हो रही जबरदस्त कमाई, हर साल खजाने में जुड़ रहे 300 करोड़ रुपये!

हम अक्सर सोचते हैं कि टॉयलेट का पानी बेकार होता है और इसे साफ करके सिर्फ सिंचाई या अन्य बुनियादी जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के एक हालिया बयान ने सबको चौंका दिया है. उनके मुताबिक, टॉयलेट के पानी से सरकार हर साल 300 करोड़ रुपये की कमाई कर रही है. यह सुनकर आश्चर्य हो सकता है, लेकिन यह पूरी तरह सच है. आइए, जानते हैं कि यह कैसे संभव हो रहा है.

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कैसे हो रही है टॉयलेट के पानी से कमाई?

नितिन गडकरी के अनुसार, सरकार ने अपशिष्ट जल (wastewater) को रिसाइकल करके इसे उपयोगी बनाने का अनोखा तरीका अपनाया है. इस प्रक्रिया में टॉयलेट के गंदे पानी को ट्रीट किया जाता है और फिर इसे दोबारा इस्तेमाल के लायक बनाया जाता है. उन्होंने टाइम्स नाऊ समिट 2025 में अपने संसदीय क्षेत्र नागपुर का हवाला देते हुए बताया कि वो टॉयलेट वाटर से हर साल 300 करोड़ की कमाई करते थे.

जब वे जल संसाधन मंत्री थे उस वक्त उन्होंने उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक प्रोजेक्ट शुरू किया. इसमें वेस्ट वाटर को ट्रीट करके मथुरा रिफाइनरी को बेचा गया. इसमें सरकार की तरफ से 40% और प्राइवेट इन्वेस्टर्स ने 60% निवेश किया. इसके बाद पहली बार लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट का ये प्रोजेक्ट काफी सफल रहा.

इसी तरह, गडकरी ने बताया कि नागपुर महानगरपालिका में टॉयलेट का पानी बेचा जा रहा है. इससे वो हर साल 300 करोड़ रुपये कमाते हैं. केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश के हर शहर में अगर वेस्ट वॉटर रिसाइक्लिंग करके इस्तेमाल में आएगा तो सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की एक बहुत ही अच्छी पॉलिसी होगी, जिसे बनाने की कोशिशें की जा रही है.

  1. उद्योगों को बेचा जा रहा है रिसाइकल किया हुआ पानी
  2. भारत में कई बड़े उद्योगों को अपनी फैक्ट्रियों में पानी की भारी जरूरत होती है.
  3. ताजा पानी का उपयोग करने की बजाय, सरकार उन्हें ट्रीट किया हुआ अपशिष्ट जल बेच रही है.
  4. इससे पानी की कमी को दूर करने में मदद मिल रही है और सरकार की कमाई भी हो रही है.
  5. थर्मल पावर प्लांट्स में इस्तेमाल
  6. थर्मल पावर प्लांट्स को भारी मात्रा में पानी की जरूरत होती है.
  7. गडकरी के मुताबिक, इन प्लांट्स में अब ट्रीटेड वॉटर का इस्तेमाल किया जा रहा है.
  8. इससे सरकार को हर साल 300 करोड़ रुपये की कमाई हो रही है.

भविष्य में और बढ़ेगी कमाई

नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में इस प्रक्रिया का विस्तार किया जाएगा. इससे सरकारी राजस्व में और वृद्धि होगी और देश में जल संकट को कम करने में भी मदद मिलेगी.

टॉयलेट का पानी, जिसे अब तक बेकार समझा जाता था, अब देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान दे रहा है. इस योजना से न केवल पर्यावरण को फायदा हो रहा है, बल्कि सरकार को भी करोड़ों की कमाई हो रही है. यह दिखाता है कि सही तकनीक और सोच के साथ किसी भी चीज़ को मूल्यवान बनाया जा सकता है.

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