मैहर : मध्यप्रदेश के मैहर क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अधिकारी ठेकेदारों से इतने प्रभावित हैं कि अब ठेकेदारों के समर्थन में पूरा विभाग उतर आया है. ग्राम ककरा में बन रहे स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण जितना मजबूत होना चाहिए, उतना ही “मजबूत” रिश्ता ठेकेदार और अधिकारियों के बीच नजर आ रहा है.
स्थानीय लोग जब घटिया निर्माण कार्य किए जाने की आवाज उठाई तो अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लिया, पर ठेकेदार के समर्थन में. कार्रवाई करने की जगह “सुधार” का आश्वासन दिया गया है. यानी “भ्रष्टाचार पकड़ा गया तो क्या हुआ, मरम्मत कर देंगे.” ग्रामीणों का कहना है कि अगर निष्पक्ष जांच हो तो न केवल दीवारें गिरेंगी, बल्कि भ्रष्टाचार के कई अहम पहलू भी धराशायी हो जाएंगे.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि जब निर्माण की पोल खुली, तो NHM विभाग ने ठेकेदार को वचन दिया-“चिंता मत करो, काम चलता रहेगा.” अब सवाल ये है कि ये “काम” किसका चल रहा है. गांव वालों का, ठेकेदार का, या विभाग के मोटे जेबों का? ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य सुविधाओं से ज्यादा घोटाले फल-फूल रहे हैं. अधिकारी हों या जनप्रतिनिधि घटिया निर्माण की खबर मिलते ही सबकी “मौन साधना” शुरू हो जाती है. लगता है, स्वास्थ्य केंद्र से पहले यहां “भ्रष्टाचार केंद्र” बनकर तैयार हो चुका है.