शुगर बढ़ने पर क्यों फेल होती है किडनी? जानिए कंट्रोल करने के आसान तरीके..

डायबिटीज है तो एक ही बीमारी लेकिन इसका असर लगभग शरीर के हर अंग पर होता है. ये किडनी को भी खराब कर सकती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब किसी व्यक्ति के शरीर में शुगर का लेवल बढ़ता है तो किडनी में मौजूद छोटे फिल्टर (ग्लोमेरुली ) पर असर पड़ता है और उनको नुकसान होने लगता है. इस वजह से किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है. इसी तरह शुगर लेवल बढ़ने सेनेफ्रॉन पर भी असर पड़ता है ये भी किडनी के फिल्टर होते हैं.

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अगर किसी व्यक्ति के शरीर में शुगर लेवल अकसर 200 के पार रहता है तो इससे किडनी की नसों पर भी असर पड़ता है. किडनी की कार्यक्षमता कम हो सकती है.शुगर लेवल बढ़ने से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस हो सकता है, जिससे किडनी के फिल्टर करने की क्षमता कम होने लगती है. अकसर देखा भी जाता है कि लंबे समय तक बढ़ा हुआ शुगर लेवल व्यक्ति को किडनी का मरीज बना देता है. 50 साल से अधिक उम्र के बाद इस तरह के मामले ज्यादा सामने आते हैं.

डायबिटीज वालों को रहता है किडनी डिजीज का रिस्क

जीटीबी अस्पताल में फिजिशियन डॉ अजय अग्रवाल बताते हैं कि डायबिटीज के मरीजों को किडनी की बीमारी का रिस्क हमेशा रहता है. इसी वजह से शुगर लेवल को हमेशा कंट्रोल में रखने की सलाह दी जाती है. डायबिटीज रोगियों के लिए सबसे जरूरी है कि समय पर अपनी दवाएं लें और रोज एक्सरसाइज करें. रोजाना अपने शुगर लेवल की जांच करें. अगर ये बढ़ा हुआ है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें और इसको कंट्रोल करें.

डॉ अजय कहते हैं कि बढ़ा हुआ शुगर लेवल किडनी को खराब तो करता ही है. कुछ मामलों में ये गंभीर असर भी करता है और किडनी डायलिसिस तक की नौबत आ सकती है. ऐसे कई मामले आते भी हैं जहां डायबिटीज के मरीजों का डायलिसिस करना पड़ता है. आमतौर पर ऐसा 50 साल से अधिक उम्र के लोगों के साथ होता है.

शुगर लेवल कैसे करें कंट्रोल

मीठा और मैदा से दूरी बनाएं

रोज एक्सरसाइज करें

दवाएं समय पर लें

मानसिक तनाव न लें

शुगर लेवल बढ़ा हुआ है तो डॉक्टर से सलाह लें

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