राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने वक्फ संशोधन कानून को लेकर देशभर में फैली भ्रांतियों और अफवाहों को दूर करने के लिए 100 से ज्यादा प्रेस कॉन्फ्रेंस और 500 सेमिनार आयोजित करने का ऐलान किया है. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने ये ऐलान राजघाट में ईद मिलन समारोह के दौरान कहीं हैं.
सोमवार को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा सत्याग्रह मंडप, गांधी स्मृति, राजघाट में ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया था. इस मौके पर उपस्थित नेताओं, बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और धार्मिक हस्तियों ने वक्फ संशोधन कानून को मुस्लिम समुदाय के लिए ऐतिहासिक और परिवर्तनकारी कदम बताया.
इस अवसर पर वक्फ संशोधन पर संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार और आरएसएस संपर्क प्रमुख रामलाल ने इस कानून की जरूरत और इसके व्यापक सामाजिक प्रभाव पर बात की.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने अपने संबोधन में वक्फ संशोधन कानून को लेकर फैली भ्रांतियों और अफवाहों को दूर करने की प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने घोषणा की कि मंच इस कानून के उद्देश्यों और लाभों को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए देशभर में 100 से अधिक प्रेस कॉन्फ्रेंस और 500 से अधिक सेमिनार आयोजित करेगा. कुमार ने कहा, ‘ये कानून मुस्लिम समुदाय के आत्मसम्मान, न्याय और समानता के अधिकार को और मजबूत करेगा.’
वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग और कुप्रबंधन के लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि संशोधन से उनका पारदर्शी और न्यायसंगत उपयोग सुनिश्चित होगा, जिससे समाज के सभी वर्गों को लाभ होगा. कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि ये कानून किसी के खिलाफ नहीं है, बल्कि सभी के हित में है. जिससे भारतीय समाज में आपसी विश्वास और सहयोग को बढ़ावा मिलता है.
मुस्लिम समुदाय के लिए है क्रांतिकारी कदम: जगदंबिका पाल
सभा को संबोधित करते हुए जेपीसी के अध्यक्ष जगदम्बिका पाल ने कहा, ‘ऐसा लगता है जैसे पूरा देश वक्फ संशोधन कानून पर अपनी स्वीकृति की मुहर लगाने के लिए यहां एकत्र हुआ है.’
उन्होंने वक्फ संशोधन को मुस्लिम समुदाय के लिए एक क्रांतिकारी कदम बताते हुए कहा कि यह कानून समाज में लंबे समय से चली आ रही गलतफहमियों, भ्रष्टाचार और अन्याय को खत्म करने का सुनहरा अवसर प्रस्तुत करता है.
पाल ने इस बात पर जोर दिया कि संशोधन से न केवल वक्फ संपत्तियों का पारदर्शी और जवाबदेह प्रबंधन सुनिश्चित होगा, बल्कि समाज के सबसे कमजोर और वंचित वर्गों के अधिकारों को सुरक्षित करने में भी मदद मिलेगी.
‘बदलाव समाज को देगा नई ताकत’
आरएसएस नेता रामलाल ने वक्फ संशोधन को मुस्लिम समुदाय के अंदर विश्वास और सद्भाव बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.
रामलाल ने कहा, “यह बदलाव भारतीय समाज को नई ताकत प्रदान करेगा और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र को अमल में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.”
उन्होंने कहा कि यह कानून समाज में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देगा, जिसका लाभ न केवल मुस्लिम समुदाय को मिलेगा, बल्कि पूरे देश को मिलेगा.
रामलाल ने उपस्थित लोगों से अपील किया की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस कानून के सकारात्मक पहलुओं के बारे में जागरूकता फैलाएं, ताकि समाज का हर वर्ग इसके महत्व को समझ सके.