अयोध्या में मई में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा, राम मंदिर निर्माण के समापन की तैयारी

अयोध्या में भगवान रामलला की भव्य प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष बाद एक और महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन की तैयारी की जा रही है. मई महीने में अयोध्या के राम मंदिर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होगा. इस समारोह में भगवान राम को राजा के रूप में प्रतिष्ठित किया जाएगा.

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समारोह का स्वरूप और महत्व

यह समारोह पिछले वर्ष 22 जनवरी को आयोजित भव्य कार्यक्रम की तुलना में छोटा होगा, लेकिन धार्मिक दृष्टिकोण से यह अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसे राम मंदिर निर्माण का एक प्रकार से समापन समारोह भी कहा जा रहा है. इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति को लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

 

राम दरबार की मूर्तियां जयपुर में निर्माणाधीन
राम दरबार की मूर्तियां जयपुर के मूर्तिकार प्रशांत पांडे के नेतृत्व में 20 कारीगरों की टीम द्वारा सफेद मकराना संगमरमर में तराशी जा रही हैं. इससे पहले रामलला की 51 इंच ऊंची प्रतिमा प्रसिद्ध कलाकार अरुण योगिराज ने तराशी थी. राम दरबार में भगवान राम के साथ सीता, लक्ष्मण और हनुमान की प्रतिमाएं भी होंगी.

मंदिर निर्माण का 90% कार्य पूर्ण
राम मंदिर का निर्माण कार्य अब लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है. गर्भगृह सहित मुख्य संरचना पहले ही बन चुकी है और अब ऊपरी मंजिलों और परकोटे का कार्य भी अंतिम चरण में है. मंदिर के 392 स्तंभों और 44 भव्य दरवाजों को पारंपरिक नागर शैली में सजाया गया है.

 

अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय भी निर्माणाधीन
मुख्य मंदिर परिसर से लगभग 4 किमी दूर एक अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय भी बनाया जा रहा है, जिसमें भगवान राम का होलोग्राम, पुरातात्विक वस्तुएं और रामायण से संबंधित अनेक दुर्लभ सामग्री को प्रदर्शित किया जाएगा.

राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के साथ अयोध्या एक बार फिर भक्तिभाव और आस्था के रंग में रंगने वाली है.यह आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव होगा, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर के गौरव का प्रतीक भी बनेगा.

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