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पेंड्रा: सदगुरु ऋतेश्वर महाराज का जोरदार स्वागत, सनातन संस्कृति और नक्सलवाद पर दिया बड़ा बयान

पेंड्रा: श्री आनंदधाम पीठ वृंदावन के पीठाधीश्वर सदगुरु ऋतेश्वर जी महाराज आज अपने अल्प प्रवास में पेंड्रा पहुंचे. उनके आगमन पर विश्व हिंदू परिषद के संयोजक स्वामी कृष्ण प्रपन्नाचार्य और जिलाध्यक्ष हर्ष छाबरिया के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस मौके पर सदगुरु ऋतेश्वर महाराज ने लोगों से मुलाकात की और उन्हें आशीर्वाद दिया.

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत सनातन संस्कृति का देश है, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश देता है और सभी को अपना मानता है. उन्होंने कहा, “भारत में कई वर्षों तक सनातनियों का शोषण हुआ, लेकिन अब माँ भारती की कृपा से युवा सनातन से जुड़ रहा है. सनातन अब न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी फैल रहा है. यह सनातन का सही मायने में उद्भव है.”

छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बढ़ते धर्मांतरण पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा, “भोग के लालच में लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. धर्म हमें दया, सेवा और सहयोग सिखाता है, लेकिन सहयोग के नाम पर धर्मांतरण कराना गलत है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि धर्म परिवर्तन को रोकना केवल सरकार का काम नहीं है,

बल्कि इसके लिए जनता को भी जागरूक होना होगा. उन्होंने माता-पिताओं से अपील की कि वे अपने बच्चों को संस्कार दें। इस दिशा में पहल करते हुए उन्होंने बताया कि भारत के गांवों में ‘सनातन शिशु शाला’ शुरू की जा रही है, जहां बच्चों को संस्कार और भगवान राम की शौर्य-वीरता की शिक्षा दी जाएगी. इसके लिए वे स्वयं पूरे भारत का भ्रमण कर रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “नक्सली भी भारत के नागरिक हैं. कुछ नक्सली विदेशी ताकतों से प्रभावित होकर अपने देश के खिलाफ हो गए हैं, जिनके खात्मे की बात गृहमंत्री ने 2026 तक करने की कही है। लेकिन जो ग्रामीण नक्सली जल, जंगल और जमीन के कारण भटके हैं और जिनका शोषण हुआ है, उन्हें समझाकर समाज की मुख्यधारा में वापस लाना होगा.”

 

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