एक दिव्यांग व्यक्ति ने ईजीजेट पर आरोप लगाया है कि उन्हें विमान से उतार दिया गया क्योंकि वह शौचालय तक नहीं जा सकते थे. 79 वर्षीय बैरी डोबनर 3 अप्रैल को अपनी पत्नी एलिसन और अपनी दोस्त शीला के साथ मैनचेस्टर से एथेंस के लिए उड़ान भरने वाले थे.
तीनों ने ग्रीस में दो सप्ताह की छुट्टी मनाने की तैयारी की थी, जहां व्हीलचेयर के अनुकूल व्यवस्था थी, लेकिन जैसे ही वे उड़ान भरने के लिए तैयार हुए, उन्हें एक अप्रत्याशित चुनौती का सामना करना पड़ा. बैरी ने आरोप लगाया कि उड़ान भरने से कुछ समय पहले उन्हें विमान से उतार दिया गया, क्योंकि चालक दल को एहसास हुआ कि वे यात्रा के दौरान विमान में मौजूद टॉयलेट का उपयोग नहीं कर पएंगे.
एयरलाइन को उनकी दिव्यांगता के बारे में पहले से था पता
बैरी के अनुसार, ईजीजेट को उनकी दिव्यांगता के बारे में पहले से पता था, क्योंकि बुकिंग के समय व्हीलचेयर सहायता का अनुरोध किया गया था और उसे प्रदान भी किया गया था. लिवरपूल इको की रिपोर्ट के अनुसार , दंपत्ति 11वीं पंक्ति में आराम से बैठे थे, जो चार घंटे की यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार थे.
एयरहोस्टेस ने देख लिया था पोर्टेबल यूरिनल बोतल
हालांकि, स्थिति तब बदल गई जब एक एयरहोस्टेस ने बैरी की पोर्टेबल यूरिनल बोतल को उनके हैंड बैगेज में देख लिया. घटना को याद करते हुए, बैरी ने कहा कि एक एयरहोस्टेस वहां से गुजरी और उसने पूछा ‘माफ कीजिए, क्या आपके पास यूरिनल बोतल है?’ मेरी पत्नी ने कहा हां, आपात स्थिति के लिए. उसने कहा -एक मिनट रुकिए. इतना पूछकर वो चली गई.
फिर वह वापस आई और बोली – क्या आपके पति शौचालय तक चल सकते हैं? मेरी पत्नी ने कहा -नहीं, मेरे पति बिल्कुल भी नहीं चल सकते. तब एयरहोस्टेस ने कहा कि आपको इस विमान से उतरना होगा. मेरी पत्नी ने पूछा क्यों और उसने कहा -क्योंकि वह शौचालय तक नहीं जा सकते.
18 साल से कर रहे व्हीलचेयर का इस्तेमाल
18 साल पहले स्ट्रोक के बाद से व्हीलचेयर पर रहने वाले बैरी ने बताया कि पूरा विमान खड़ा होकर देख रहा था कि क्या हो रहा है. आप कल्पना कर सकते हैं कि मुझे कैसा महसूस हुआ होगा.
नाराज बैरी ने बताया कि कैसे उन्हें और उनकी पत्नी व दोस्त को विमान से उतार दिया गया और उन्हें अपने एक साथी के साथ हवाई अड्डे से घर जाने के लिए लिफ्ट लेनी पड़ी. 67 वर्षीय एलिसन हैरान थीं. उन्होंने कहा कि हमने पहले भी ईजीजेट और रयानएयर के साथ उड़ान भरी है और हमारे साथ ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.
एयरलाइन कर्मियों के व्यवहार से खफा हैं बुजुर्ग दंपति
वह अपने पति के साथ हुए अभद्र व्यवहार से खास तौर पर नाराज थीं. उन्होंने कहा कि मुझे सबसे ज्यादा इस बात से परेशानी हुई कि उनके साथ किस तरह से बात की गई. एक विकलांग व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार करना भयावह था, खासकर तब जब उन्हें पहले से सारी जानकारी थी.
बैरी ने खुद दुख जताते हुए कहा कि मैं हमेशा खुशमिजाज व्यक्ति रहा हूं, लेकिन इसने मुझे थोड़ा पीछे धकेल दिया है. मैं बस एक वस्तु की तरह महसूस करता हूं, मैं अब एक व्यक्ति नहीं रहा. मेरा आत्मसम्मान पूरी तरह से खत्म हो गया है.
एथेंस में बुक किए गए होटल के पैसे भी डूबे
बैरी ने अपनी निराशा साझा करते हुए कहा कि हमने एथेंस में होटल बुक किए थे. हमें एयरपोर्ट पर लाने के लिए हमने एक कार किराए पर ली थी और हमने 2,000 पाउंड खो दिए हैं. हमने सब कुछ खो दिया है. हमें नहीं पता कि हमें फ्लाइट का पैसा वापस मिलेगा या नहीं. जब मैंने पूछा कि क्या हमें फ्लाइट के पैसे वापस मिलेंगे, तो हमें बस इतना कहा गया कि हम ईजीजेट को कॉल करें.एयरलाइन ने जताया खेद
वहीं ईजीजेट के एक प्रवक्ता ने खेद व्यक्त किया – हमें बहुत खेद है कि डोबनर और उनके साथी ईजीजेट के साथ योजना के अनुसार उड़ान भरने में असमर्थ थे. हम इस त्रुटि के लिए माफी मांगने और उनकी उड़ान के लिए उन्हें पूरी राशि वापस करने तथा उन्हें बोर्डिंग से वंचित करने के लिए मुआवजा देने के लिए डोबसन के संपर्क में हैं.