मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह ने कम रिजल्ट देने वाले शिक्षकों के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर बच्चों के परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम रहते हैं, तो ऐसे प्राचार्यों और शिक्षकों को स्कूल में रहने का अधिकार नहीं है. उनका स्थानांतरण तत्काल किया जाए. उन्होंने जोर देकर कहा कि बच्चों के भविष्य से कोई समझौता नहीं होगा.
प्रशासन अकादमी में जनजातीय विभाग के दो दिवसीय प्रशिक्षण और कार्यक्रम के समापन पर अधिकारियों को संबोधित करते हुए जनजातीय कार्य मंत्री ने कहा, “अधिकारियों को मोटीवेशनल और संवेदनशील होना चाहिए. शत-प्रतिशत परिणाम के लिए सकारात्मक सोच जरूरी है.”
छात्रावासों में रात्रि-विश्राम करें अधिकारी
मंत्री शाह ने निर्देश दिए कि जिला अधिकारी अपने क्षेत्र के छात्रावासों में बच्चों के साथ 15 दिन में एक रात रुकें. उन्होंने कहा, “छात्रावासों की व्यवस्था सुधारने के लिए आपको वहां सोना होगा. बिस्तर की स्थिति का पता चलेगा, भोजन की क्वालिटी समझ आएगी, और कमरे व बाथरूम की दशा में सुधार होगा. बच्चों के साथ समय बिताने से वे अपनी बात खुलकर कह सकेंगे. आपकी मौजूदगी से कर्मचारी भी काम के प्रति गंभीर होंगे.”
अब कहेंगे ‘जय हिंद मैडम’
मंत्री ने घोषणा की कि स्कूलों में उपस्थिति के दौरान शिक्षक जब बच्चों का नाम पुकारेंगे, तो बच्चे ‘यस मैडम’ या ‘यस सर’ के बजाय ‘जय हिंद मैडम’ या ‘जय हिंद सर’ कहकर जवाब देंगे.
ट्रायबल मीट का आयोजन
मंत्री ने बताया कि शासकीय सेवा के तनाव को कम करने के लिए साल में एक बार ‘ट्रायबल मीट’ का आयोजन होगा. यह आयोजन शुक्रवार से रविवार तक चलेगा, जिसमें अधिकारी और कर्मचारी अपने परिवार और माता-पिता के साथ शामिल होंगे.