बिजनौर: राजमा की सब्जी में नशे की गोली मिलाकर खिलाई, फिर फरसे से काट दी भाई की गर्दन… बिजनौर के मोंटी हत्याकांड का खुलासा

यूपी के बिजनौर में हुए सत्येंद्र उर्फ मोंटी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. मोंटी की घर के आंगन में गर्दन कटी हुई लाश मिली थी. पुलिस के मुताबिक, ये हत्या किसी और ने नहीं बल्कि मृतक के सौतेले भाई ने फरसे से की थी. हत्या के बाद उसने अफवाह उड़ाई कि गुलदार के हमले में मोंटी की जान गई है. वारदात की वजह संपत्ति विवाद थी.

Advertisement

आपको बता दें कि सत्येंद्र उर्फ मोंटी बिजनौर के गांव गोविंदपुर में रहता था. वह बजरंग दल के गौरक्षा सेवा का जिला संयोजक था. दो दिन पहले उसकी घर में लाश मिली थी. घरवालों ने गुलदार द्वारा हमला करने की अफवाह फैलाई थी, लेकिन लाश के गले पर धारदार निशान मिलने से पुलिस को शक हुआ.

मामले में मृतक के मामा, मौसी और अन्य रिश्तेदारों ने जमकर हंगामा किया था. उन्होंने मृतक की सौतेली मां और सौतेले भाई और पिता पर मोंटी की हत्या करने का आरोप लगाया था. इसके बाद पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. वहीं, मृतक के सौतेले भाई मानव उर्फ मंटू और उसकी मां मधु व पिता बलराज उर्फ बल्ले को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की थी.

पूछताछ में पकड़े गए मृतक सत्येंद्र के सौतेले भाई मानव ने बताया कि उसकी हत्या उसने फरसे से गला काटकर की है. मरने से पहले उसे राजमा की सब्जी में नशे की गोलियां मिलाकर दी थी. ताकि, वह हत्या के दौरान कोई प्रतिरोध ना कर सके और शोर न मचा सके.

पूछताछ में मानव ने बताया कि उसके पिता बलराज के नाम 20 बीघा जमीन थी, जिसमें आधी जमीन सत्येंद्र उर्फ मोंटी मांग रहा था और वह इस जमीन को गौ सेवा संस्थान को दान देना चाहता था. इसी को लेकर उनमें काफी समय से विवाद चल रहा था. जमीन का बंटवारा ना हो और मोंटी को जमीन न देने पड़े, इसके लिए हत्या की योजना बनाई.

फिलहाल, पुलिस ने मृतक की सौतेली मां मधु और सौतेले भाई मानव उर्फ मंटू और उसके पिता बलराज उर्फ बल्ले को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया है.

Advertisements