अमृतधारा जलप्रपात में नहाने और सेल्फी पर रोक, हादसे के बाद नो-एंट्री जोन घोषित…

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में स्थित अमृतधारा जलप्रपात में बार-बार हो रहे हादसों के बाद प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। सब डिविजनल मजिस्ट्रेट लिंगराज सिदार ने जलप्रपात के निचले हिस्से और खाई से लगे ऊपरी हिस्से को प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित कर दिया है।

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प्रशासन के आदेश के मुताबिक, प्रतिबंधित क्षेत्रों में किसी भी तरह का आवागमन नहीं होगा। सेल्फी लेना और नहाना पूरी तरह से मना है। आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि हाल ही में पिकनिक मनाने गए 2 SECL अधिकारियों की डूबने से मौत हो गई थी। 8 अप्रैल को 8 दोस्त पिकनिक मनाने गए थे तभी नहाने के दौरान गहरे पानी में चले जाने से 2 लोगों डूब गए थे।

देश भर से पर्यटक यहां आते हैं

नेशनल हाईवे 43 से केवल 10 किलोमीटर दूर स्थित यह जलप्रपात अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है। देश भर से पर्यटक यहां आते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां कई हादसे हुए हैं।

कई पर्यटकों की झरने में नहाने के दौरान डूबने से मौत हुई है कई केस ऐसे भी आए है जहां सेल्फी लेने के दौरान भी गिरने की घटना हुई है।

नियमों का पालन करने की अपील

यह प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेगा। प्रशासन ने पर्यटकों से अपनी और दूसरों की सुरक्षा के लिए नियमों का पालन करने की अपील की है।

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