छत्तीसगढ़ के धमतरी में रेलवे ने पुराने स्टेशन क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाया। इस दौरान 18 खाली मकानों को ध्वस्त कर दिया गया। रेलवे यहां करोड़ों रुपये की लागत से नया स्टेशन और बड़ी रेल लाइन का निर्माण कर रहा है, जिसके लिए जमीन खाली कराई जा रही है।
287 मकानों को चिन्हित किया गया
रेलवे की जमीन पर दशकों से बसे करीब 287 परिवारों के मकानों को अतिक्रमण मानते हुए नोटिस जारी किया गया है। पहले दिन की कार्रवाई में 18 अवैध निर्माण ढहा दिए गए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने दो दिन की मोहलत मांगी, जिसे रेलवे ने स्वीकार कर लिया। अब रविवार के बाद दोबारा कार्रवाई शुरू की जाएगी।
550 करोड़ की परियोजना
धमतरी में 550 करोड़ रुपये की लागत से नए रेलवे स्टेशन और गोदामों का निर्माण किया जा रहा है। रायपुर से अभनपुर तक की लाइन पहले ही पूरी हो चुकी है। अब धमतरी तक बड़ी रेल लाइन बिछाई जा रही है। यह परियोजना 2018 में स्वीकृत हुई थी और 2022 तक पूरी होनी थी, लेकिन कोविड और अन्य कारणों से इसमें देरी हुई। अब इसे 2026 तक हर हाल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
स्थानीय निवासियों की परेशानियां स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें कई बार नोटिस दिया गया, लेकिन विस्थापन की समुचित व्यवस्था नहीं की गई। नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे आवासों में कुछ लोग शिफ्ट हो चुके हैं, लेकिन वहां शौचालय और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी है। कई महिलाएं और बुजुर्गों ने बताया कि वे 30-35 वर्षों से यहां रह रहे हैं और अब किराए का मकान ढूंढने पर मजबूर हैं।
लोगों ने की मांग- पहले व्यवस्थापन, फिर कार्रवाई वार्डवासियों ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि रेलवे लाइन बिछाने से पहले विस्थापन की बेहतर योजना बनाई जानी चाहिए थी। अधूरी तैयारियों की वजह से अब लोग बिना व्यवस्था के घर खाली कर रहे हैं, जिससे उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।