टैरिफ वॉर के बीच अमेरिका में अब भारतीय छात्रों के साथ बुरा बर्ताव किया जा रहा है. ट्रंप प्रशासन ने भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द देश छोड़ने का आदेश दिया है. इन सैंकड़ों छात्रों का वीजा रद्द कर दिया गया है और उन्हें ईमेल भेजकर धमकी दी है कि जल्द से जल्द देश से भाग जाओ. इसमें ये भी लिखा है कि अगर खुद नहीं भागे तो हम भगा देंगे. खास बात ये है कि यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की तरफ से भारतीय छात्रों को जो मेल भेजा जा रहा है, उसमें उन पर आरोप भी लगाए गए हैं. इनमें कई छात्र ऐसे भी हैं जो अमेरिकी कोर्ट में निर्दोष साबित हो चुके हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की वजह से दुनिया में नया टैरिफ वॉर छिड़ गया है. इससे सभी देश पहले ही परेशान हैं. अब ट्रंप सरकार ने जिस तरह से छात्रों के खिलाफ रुख अपनाया है उसने एक नई समस्या को जन्म दे दिया है. अमेरिका ने दुनिया के कई छात्रों को अमेरिका छोड़ने की हिदायत दी है, इनमें भारतीय छात्र भी शामिल हैं. इनका वीजा रद्द कर दिया गया है और मेल भेजकर इन्हें इस बात की जानकारी भी दे दी गई है. इनसे कह दिया गया है कि वह खुद डिपोर्ट हो जाएं.
ट्रंप सरकार ने क्या लगाए आरोप
यूएस स्टेट डिपार्टमेंट की तरफ से भारतीय छात्रों को जो ईमेल भेजे गए हैं उनमें उन पर ड्रंक ड्राइविंग यानी नशे में वाहन चलाना और चोरी के आरोप लगाए गए हैं. हालांकि जिन छात्रों को को ईमेल मिला है, उनमें से ज्यादातर पहले ही अमेरिकी कोर्ट द्वारा निर्दोष करार दिए जा चुके हैं. हालांकि अमेरिकी मीडिया में ये भी दावा किया जा रहा है कि डिपोर्ट उन छात्रों को किया जा रहा है जो ट्रंप सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे. खासकर फिलिस्तीन के समर्थन को लेकर.
इजराइल की आलोचना करने वाले छात्रों की नो एंट्री
अमेरिका ने हाल ही में वीजा के लिए एक नया नियम बनाया था. यूएस सेक्रेटरी ऑफ स्टेट मार्को रुबियो ने खुद ये बताया था कि मार्च से अमेरिका में वीजा के लिए अप्लाई करने वालों का सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगाला जाएगा. इसका उद्देश्य ये था कि जिन लोगों ने किसी भी तरह इजराइल या अमेरिका की सोशल मीडिया पर आलोचना की है उन्हें अमेरिका आने से रोका जा सके. इसके अलावा रूबियो ने अमेरिका में पढ़ रहे विदेशी छात्रों के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रखने को कहा था. इसके बाद से अमेरिका में वीजा रद्द करने का काम तेजी पकड़ चुका है.
छात्र कंफ्यूज, ट्रंप के खिलाफ गुस्सा
ट्रंप के अजीब-अजीब फैसलों के खिलाफ अमेरिका में पढ़ रहे छात्र कंफ्यूज हैं, कुछ छात्र ट्रंप के खिलाफ गुस्सा भी जाहिर कर रहे हैं. उनका कहना है कि लाखों रुपये खर्च करके छात्र यहां डिग्री के लिए आते हैं और ये अमेरिकी सरकार तरह तरह के आदेश देकर उन्हें डिग्री पूरी करने से रोक रही है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक ज्यादातर छात्रों का यही सवाल है कि अगर डिग्री प्रोग्राम वह बीच में छोड़कर ही चले जाएंगे तो पढ़ाई कैसे पूरी होगी.