MP में पूर्व DGP पर हमला, केयरटेकर ने पैसों के लिए दबाया गला; चंबल के डकैत भी खाते थे इनसे खौफ….

मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी एचएम जोशी के साथ मारपीट का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पूर्व डीजीपी ने केयर टेकर पर पैसों के लिए गला दबाने, मारपीट करने और धमका कर घर में चोरी करने का आरोप लगा है. पूर्व डीजीपी ने भोपाल के अरेरा हिल्स पोश कॉलोनी में रहते है। उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए हबीबगंज थाने में शिकायती आवेदन दिया है। उन्होंने आवेदन में केयर टेकर की करतूत बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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बता दें कि एचएम जोशी 1948 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. 80 के दशक में वह मध्य प्रदेश के डीजीपी रहे हैं. पुलिस विभाग में उनके कामों की मिसालें दी जाती हैं. जेपी के अंदोलन के वक्त चंबल में करीब 400 से ज्यादा डकैतों के चर्चित आत्मसमर्पण में उनकी भूमिका अहम थी. बता दें कि पूर्व डीजीपी एचएम जोशी करप्शन मामले में बर्खास्त आईएएस अरविंद जोशी के पिता और टीनू जोशी के ससुर हैं. 2022 में अरविंद जोशी का निधन हो चुका है.

पूर्व डीजीपी एचएम जोशी ने पुलिस को दिए आवेदन में लिखा कि, “मैं 99 वर्ष का हूं. पुलिस विभाग से डीजीपी के पद से रिटायर हुआ हूं और अरेरा कॉलोनी में रहता हूं. चलने-फिरने में असमर्थ हूं तो एक एजेंसी के जरिए केयर टेकर रखे हुए हूं. 8 अप्रैल को शाम 4:30 बजे ड्राइंग रूम में न्यूज पेपर पढ़ रहा था, तभी केयर टेकर रफीक ने घर से 15-20 मिनट के लिए बाहर जाने की अनुमति मांगी.”

शिकायत में पूर्व DGP ने क्या बताया?

“मैंने उसे 20 मिनट बाद घर वापस आ जाने के लिए कहा. जब रफीक वापस आया तो उसने मेरा गला दबाया और बोला कि जितने भी पैसे रखे हुए हो, मेरे हवाले कर दो. इससे मैं डर गया. उस समय सर्विस क्वार्टर में रहने वाले परिवार में से गीता आ गई. गीता मेरे लिए खाना बनाती है. उसे देखते ही रफीक ने मुझे छोड़ दिया और पैरों में गिरकर माफी मांगने लगा.”

उन्होंने आगे लिखा कि, “जब गीता का पति महेंद्र जो मेरी रात में देखभाल करता है और सर्वेंट क्वार्टर में ही रहता है, वह आया तब मेरे पास झोले में 500-500 के दो नोट एक हजार रुपए रखे थे, जिसकी जानकारी रफीक को भी थी. जब मैने चेक कराए तो उसमें एक नोट कम था. जब रफीक ने यह सुना तो उसने कहा को ये पैसे उसने खर्च कर दिए हैं.”

“9 अप्रैल को पैसे वापस कर देगा, तभी महेंद्र ने उसे घर से बाहर निकाल दिया. मेरे ड्राइवर ने एजेंसी को इसकी जानकारी दी, लेकिन एजेंसी की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला और न ही कोई कार्रवाई की गई. उसके बाद घर के सामान की जांच कराई तो घर में से पीतल की मूर्तियां भी गायब थीं.”

क्या बोले हबीबगंज थाना प्रभारी?

वहीं हबीबगंज थाना प्रभारी संजीव चौकसे का कहना है कि शिकायती आवेदन के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. अभी केवल आवेदन ही दिया गया है. आवेदन में जिनके नामों का जिक्र है, सभी से पूछताछ की जाएगी.

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