उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के बैतालपुर बरारी गांव में ईंट भट्ठा पर काम करने वाले दो मजदूरों के विवाह की चर्चा पूरे जिले में हो रही है. दोनों की धूमधाम से बारात निकली और बारात में ईट भट्ठा मालिक समेत आसपास के भट्ठा के मजदूर भी शामिल हुए. कुछ समाजसेवियों ने भी बढ़-चढ़कर इस बारात में हिस्सा लिया. इंदु भट्ठा के दो मजदूरों का विवाह इनके साथ काम करने वाली युवतियों से हुआ है, जो लिव इन रिलेशन में रह रही थी.
दरअसल, बरारी गांव में एक ईट भट्ठा है जिसके भट्ठा मालिक नंदलाल यादव हैं. इनके भट्टे पर रांची के मजदूर काम करते हैं. इसी भट्टे पर झारखंड के रहने वाले दो मजदूर प्रदीप और कर्मा भी मजदूरी का काम करते हैं. इनके साथ भट्टे पर ही काम करने वाली दो युवतियों के साथ विवाह हुआ. जिसमें प्रदीप का रुपी के साथ और कर्मा का सीमा के साथ मंदिर में विवाह हुआ है.
लिव इन रिलेशन में रह रहे थे मजदूर
बारात पास में ही स्थित महादेव धाम मंदिर पहुंची तो आसपास के गांव के लोग इकट्ठा हो गए. उन्होंने देखा की ढोल नगारे के साथ किसकी बारात आयी है? कौन दूल्हा है और कौन दुल्हन है? उनको इस बात की जानकारी हुई कि यह तो पड़ोस के गांव में स्थित काम करने वाले भट्ठा मजदूर हैं जो रिलेशन में रह रहे थे. आज वह दूल्हा दुल्हन बने हुए हैं और शादी करने के लिए मंदिर में आए हुए हैं. इन दोनों मजदूरों का विवाह आपसी सहमति से हिन्दू रीति रिवाज के तहत अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेकर हुआ.
भट्ठा मालिक ने कराई शादी
विवाह संपन्न होने के बाद उन्होंने भट्ठा मलिक से आशीर्वाद लिया और उस विवाह में आए हुए अपने से सभी श्रेष्ठजनों का आशीर्वाद लिया. मजदूर दूल्हा-दुल्हन को वहां पर लोगों ने आशीर्वाद देते हुए उनको कुछ उपहार भी दिया. यहां तक आसपास के भट्ठों पर काम करने वाले मजदूर जो बाराती बनकर आए थे. उन्होंने भी वर वधु को अपनी शुभकामनाएं देते हुए आशीर्वाद दिया.
वहीं भट्ठा मालिक नंदलाल यादव ने मानवता की एक ऐसी मिसाल पेश की है, जिसकी चर्चा पूरे जिले में हो रही है. लोग भट्ठा मालिक की प्रशंसा कर रहे हैं उनको धन्यवाद दे रहे हैं. उन्होंने भट्टे पर मजदूरी का कार्य करने वाले दो मजदूरों की बड़ी धूमधाम से बारात निकली और अपनी अगवाई में इन दोनों का विवाह संपन्न कराया.
मंदिर में हुई शादी
ईट भट्ठे पर काम करने वाले दो मजदूर प्रदीप और कर्मा कई वर्षों से अपने ही साथ काम करने वाली दो साथी मजदूर युवतियां के साथ लिव इन रिलेशन में रह रहे थे. वहीं दोनों मजदूरों का साफ तौर पर कहना है कि हम दोनों युवक और युवतियां पिछले कई वर्षों से लिव इन रिलेशन में भट्ठे पर रह रहे हैं और मजदूरी करके अपना जीवन चला रहे हैं. इन दोनों के 2 वर्ष के छोटे बच्चे भी हैं. जहां इन दोनों मजदूरों का विवाह भगवान शिव के मंदिर में हो गया है.